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अपराधियों के चंगुल से बचे तो पुलिस के फेर में फंसे जीजा- साले ,दो दिन में तीन जिलों की पुलिस दर्ज कर चुकी बयान

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अपराधियों के चंगुल से बचे तो पुलिस के फेर में फंसे जीजा- साले ,दो दिन में तीन जिलों की पुलिस दर्ज कर चुकी बयान

एफआईआर करने में आनाकानी करती रही सतना- मैहर पुलिस

सतना, । दो करोड़ की फिरौती के लिए अपहरण के बाद अपराधियों के चंगुल से छूटे जीजा साले अब पुलिस के फेर में फंसे हैं। दो दिन में तीन जिलों की पुलिस इनके बयान दर्ज कर चुकी है, लेकिन बुधवार की रात साढ़े 8 बजे तक एफआईआर नहीं हो सकी थी। सतना और मैहर जिला की पुलिस अपराध कायम करने में आनाकानी करती रही। दूसरी ओर अपराधियों की गिरफ्तारी के कोई प्रयास ना तो कोतवाली पुलिस ने किए और ना ही अमरपाटन पुलिस कर सकी। गौरतलब है कि इंजीनियर प्रदीप त्रिपाठी और उनके साले मयंक चतुर्वेदी उर्फ उमंग का अपहरण फिरौती के लिए किया गया था।

 

यह है मामला

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पीडि़त प्रदीप त्रिपाठी ने बताया अपराधियों के चंगुल से छूटने और पन्ना जिले की अमानगंज थाना पुलिस को बयान देने के बाद बताया था कि जमीन का सौदा करने के बहाने उनके साथ साले मयंक चतुर्वेदी का मनोज कुशवाहा, सिद्धांत, सोनू ने कट्टे की नोक पर अपहरण कर लिया था। बंधक बनाने के बाद अपराधियों ने जेब से रुपए निकाले, डेबिट, क्रेडिट कार्ड ले लिए और सोने की दो अंगूठी, चैन ले लिया। मोबाइल फोन भी छुड़ा लिए थे जिसे अपराधी रास्ते में फेंकते गए। प्रदीप का कहना है कि उन्हें और मयंक को जंगल में एक टापू पर बने कमरे में रखा गया था। वहां निगरानी के लिए अब्दुल, सोनू कुशवाहा थे। बाकी तीनों आरोपी कार लेकर निकल गए थे। तब से आरोपी फरार हैं।

 

कोतवाली से अमरपाटन भेजा

कोतवाली में प्रदीप की पत्नी ने अपने पति और भाई की गुमशुदगी सोमवार की रात साढ़े 11 बजे दर्ज कराई थी। जब कोतवाली पुलिस ने घटनाक्रम सुना तो अपना पल्ला झाड़ते हुए मामला मैहर जिले के अमरपाटन थाने की ओर भेज दिया। दोपहर से अमरपाटन थाना में पीडि़त जीजा, साले और उनके परिवार के सदस्य बैठे रहे। पहले तो वहां भी पुलिस ने आनाकानी की लेकिन बाद में बयान दर्ज करना शुरू कर दिया। यहां बता दें कि मप्र की संवेदनशील पुलिस अपहरण और फिरौती जैसे गंभीर अपराधों में भी टाल मटोली कर रही है। यही वजह है कि अपराधियों को बढ़वा मिल रहा है।

 

अपराधी दे रहा फोन पर धमकी

एक बात यह भी सामने आई है कि मामले का मुख्य आरोपी प्रदीप और उनके परिवार को फोन पर धमकी दे रहा है। वह सामान्य कॉल ना करते हुए व्हाट्सएप कॉल करता है ताकि उसका रिकॉर्ड पुलिस को नहीं मिल सके। आरोपी की धमकी से परिवार परेशान है और यह बात उन्होंने पुलिस को भी बताई है।

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