- इंदौर एयरपोर्ट अब हुआ जीरो वेस्ट एयरपोर्ट ,इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने, रनवे की लंबाई बढ़ाने और नई टर्मिनल बिलि्ंडग की मांग की मंजूर
- केंद्रीय मंत्री ने नए एटीसी, फायर सेफ्टी भवन और गार्बेज प्लांट का किया लोकार्पण
- इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने, रनवे की लंबाई बढ़ाने और नई टर्मिनल बिलि्ंडग की मांग की मंजूर
इंदौर: इंदौर एयरपोर्ट अब देश का पहला जीरो वेस्ट एयरपोर्ट बन गया है. अब यहां से निकलने वाले गीले एवं सूखे कचरे का निस्तारण एयरपोर्ट पर ही हो सकेगा. रविवार को 55 करोड़ रुपये की लागत से नए एटीसी, फायर सेफ्टी भवन और गार्बेज प्लांट का नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू किंजारापू नायडू ने लोकार्पण किया.लोकार्पण कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी ने नागरिक उड्डयन मंत्री से इंदौर के लिए तीन मांगें भी रखी.
उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जाए. देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट इंदौर से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए ई-टाइप एयरक्राफ्ट की लैंडिंग ज़रूरी है तथा इसके लिए रनवे की लंबाई बढ़ाई जानी चाहिए. इंदौर में हवाई यात्री लगातार बढ़ रहे हैं इसलिए नई टर्मिनल बिल्डिंग की भी आवश्यकता है. केंद्रीय मंत्री नायडू ने मंच से ही सांसद लालवानी की तीनों मांगो को मंजूरी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू का सांसद श्री लालवानी ने आभार व्यक्त किया और कहा कि हम इंदौर एयरपोर्ट को आगामी 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार कर रहे हैं. मंत्री श्री नायडू ने सांसद लालवानी की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोई भी सांसद इतनी बार मुझसे नहीं मिला जितनी बार लालवानी मुझसे मिले. इंदौर एयरपोर्ट के विकास के बारे में मुझसे चर्चा कर चुके हैं. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक महेंद्र हार्डिया, भाजपा संगठन के वरिष्ठजन, एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे.
नहीं देना होगा गार्बेज शुल्क
इंदौर एयरपोर्ट अब जीरो वेस्ट एयरपोर्ट बन गया है. एयरपोर्ट को अब नगर निगम को गार्बेज का शुल्क नहीं देना पढ़ेगा. तीन हजार वर्ग फीट जगह पर एयरपोर्ट ने स्वयं का प्लांट बना लिया है. एयरपोर्ट पर विमान, दुकान और टर्मिनल बिल्डिंग से निकलने वाले गीले एवं सूखे कचरे का निस्तारण एयरपोर्ट पर ही हो सकेगा.