लाड़ली लक्ष्मी के साथ हुए दुष्कर्म की पुलिस ने नहीं दर्ज की रिपोर्ट राजनीतिक संरक्षण का लगा आरोप।
आरोपियों पर कार्रवाई कराने अपने बाबा के साथ पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची पीडित किशोरी ने लगाई न्याय की गुहार।
विराट वसुंधरा, ब्यूरो
सीधी। प्रदेश के मुख्यमंत्री बहन-बेटियों की सुरक्षा प्रदान करने एवं उनके सशक्तीकरण के हर संभव प्रयास करने के बाद भी बहन-बेटियां अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं। बेटियों के साथ हुए दुष्कर्म के बाद भी पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई नहीं करती और न्याय पाने के लिए बेटियां दर-दर भटकती रहती हैं। पुलिस के आरोपियों के साथ बरती जाने वाली नरमियों के चलते गरीबों की बेटियों को न्याय नहीं मिल रहा है। ऐसा ही एक मामला पुलिस चौकी सेमरिया थाना चुरहट का सामने आया है। जहां आरोपी अमन तिवारी ग्राम बेल्दह की किशोरी को जबरन भोपाल ले जाकर शादी करने का झांसा देकर कई दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया। किंतु अभी तक पुलिस के द्वारा आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। दुष्कर्म की पीडि़त किशोरी के बाबा चुरहट विधायक शरदेन्दु तिवारी के यहां नौकरी करते हैं और उन्हीं के रिश्तेदार के द्वारा किशोरी के साथ दुष्कर्म जैसा घिनौना कृत्य किया गया है। इसी कारण पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है और युवती एवं उसके परिजनों पर दबाव बनाकर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है।
एक तरफ जहां सीधी पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते लोगों पर फर्जी दुष्कर्म का मामला दर्ज कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ दुष्कर्म होने के बाद भी दुष्कर्म के आरोपियों के साथ नरमी बरत रही है।पीडित किशोरी गुरुवार को अपने साथ हुए दुष्कर्म की फरियाद लेकर अपने बाबा के साथ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर आरोपी पर कार्रवाई कराने की मांग की। दुष्कर्म की पीडि़त किशोरी ने 5 अक्टूबर 2023 को पुलिस अधीक्षक को दिए आवेदन में बताया कि मैं 25 सितंबर 2023 को चुरहट कॉलेज जा रही थी। तभी मुझे रास्ते में अमन तिवारी पिता पवन तिवारी मिले और जबरन घसीटकर अपनी मोटरसाइकल में बैठाकर अगवा कर भोपाल ले गए जहां मित्र एवं रिश्वतेदारों के भोपाल स्थित नेहरू नगर के घर में दो-तीन दिनों तक मेरे साथ दुष्कर्म किया और शादी करने का वादा करने लगा। जब मैने उससे कहा कि मुझको मेरे घर वापस ले चलो तब वह 29 सितंबर 2023 को वापस घर भेज दिया और बोला कि यदि तुम पुलिस में अपने साथ हुए दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज करवाओगी तो तुम्हें जान से मार देंगे।
किशोरी ने बताया कि मेरे घर से गायब होने की शिकायत मेरे बाबा के द्वारा पुलिस चौकी सेमरिया में लिखित रूप से दर्ज कराई थी। इसीलिए थाने वाले मुझे थाने बुलाकर कोरे कागज में हस्ताक्षर करवाए तथा मुझ पर पुलिस के द्वारा दबाव बनाया गया कि मैं राजी-खुशी से अमन तिवारी के साथ भोपाल गई थी। जबकि मुझे जबरन अगवा कर भोपाल ले जाया गया था। किशोरी ने पुलिस अधीक्षक से फरियाद लगाई कि मेरे साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी अमन तिवारी पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया जाए। पुलिस अधीक्षक ने युवती की फरियाद को सुनकर तत्काल पूरे मामले की नए सिरे से विवेचना कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बताया गया है कि किशोरी एवं अमन तिवारी के बीच प्रेम प्रसंग का मामला काफी दिनों से चल रहा था और दोनो आपसी सहमति से भोपाल गए थे। भोपाल से वापस आने के बाद अमन तिवारी के परिजन भी किशोरी के साथ शादी कराने की बात कह उक्त मामले को रफा-दफा कराने का प्रयास किया। अमन तिवारी के पिता ने किशोरी के बाबा एवं मांता-पिता को समझाकर किशोरी को अपने घर में रखने की बात कहकर मामले को पटाक्षेप करा दिया था। किंतु जब किशोरी को अपने घर में रखने से मना कर दिया तो उसके बाबा ने पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई करने की फरियाद लगाई।
इनका कहना है।
नाबालिग किशोरी है जो अपने घर से अचानक गायब हो गई थी। जिसके माता-पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट पर धारा 367, 363 भादवि अपराध दर्ज कर किशोरी को दस्तयाब किया गया। दस्तयाब के दौरान उसके कथन लेख कराए गए और फिर न्यायालय में मजिस्ट्रेट के समक्ष उसके बयान दर्ज कराए जा चुके हैं। न्यायालय में किशोरी ने अपनी मर्जी से भोपाल जाने व प्रेम संंबंध की बात स्वीकार की थी। दुष्कर्म की बात किशोरी द्वारा पुलिस व न्यायालय को नहीं बताई गई थी। यदि किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ है तो उस पर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई जरूर की जाएगी।
पुष्पेन्द्र मिश्रा
थाना प्रभारी चुरहट