प्रेम प्रसंग के शक पर हुई थी वृद्ध की अंधी हत्या, 23 महीने बाद पुलिस ने किया खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार
हनुमना:नईगढ़ी पुलिस ने 23 महीने बाद अंधी हत्या का खुलासा कर तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया है. वारदात के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन किया गया तब जाकर टीम गठित की गई और 23 महीने बाद हत्या का खुलासा हो सका.दरअसल प्रेम प्रसंग के शक में वृद्ध की हत्या की गई. मृतक के खेत में एक महिला काम करती थी. आरोपी बुद्धसेन केवट को शक था कि मृतक और महिला के बीच में प्रेम प्रसंग चल रहा है. जबकि आरोपी महिला का प्रेमी था, शक के आधार पर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक 07 जनवरी 2023 को नईगढ़ी थाना क्षेत्र के मडना गांव में 63 वर्षीय मुद्रिका प्रसाद कोल की हत्या कर दी गई थी. शिकायत के बाद पुलिस ने धारा 302 के तहत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरू की.
विवेचना मामले मे धारा 201 भादवि बढाई गई तथा विवेचना दौरान आरोपियो की तलास कर आरोपी बुद्धसेन केवट पिता राजमणि उर्फ बाल्मीक केवट उम्र 61 वर्ष, राजेश केवट पिता मुन्नीलाल केवट उम्र 32 वर्ष तथा बिहारीलाल केवट पिता रामचन्द्र केवट उम्र 59 वर्ष तीनो निवासी मडऩा थाना नईगढी को गिरफ्तार किया गया. मामले मे मृतक मुद्रिका कोल अनुसुचित जनजाति का सदस्य होने तथा आरोपीगण अन्य पिछडा वर्ग के सदस्य होने से मामले में 3(2)(1) एससीएसटी एक्ट का इजाफा किया गया है. आरोपीगण को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया. पुलिस अधीक्षक श्रीमती रसना ठाकुर के निर्देश पर टीम गठित की गई थी. पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसपी रसना ठाकुर ने बताया कि जांच के दौरान कई तथ्य सामने आए, उसके आधार पर कार्यवाही की गई और आरोपी पकड़े गए. एएसपी अनुराग पाण्डेय, एसडीओपी श्रीमती अंकिता सुल्या के मार्गदर्शन में पूरी टीम ने काम किया. नईगढ़ी थाना प्रभारी गोविंद प्रसाद तिवारी की अहम भूमिका रही.
कुंजबिहारी तिवारी ने उठाया था मामला
23 महीने बाद पीडि़त परिवार को न्याय मिल सका. हत्या की वारदात को गांव के ही लोगो ने मिलकर अंजाम दिया था. अगस्त क्रांति मंच के कुंजबिहारी तिवारी के प्रयास के कारण यह संभव हो सका. हत्या को लेकर वह लगातार पुलिस अधिकारियों से गुहार लगा रहे थे. कई बार धरना प्रदर्शन भी किया. वृद्ध की हुई हत्या को लेकर अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंजबिहारी तिवारी और नईगढ़ी जनपद अध्यक्ष श्रीमती ममता तिवारी घटना स्थल पर पहुंची थी और पूरे मामले को लेकर जांच की मांग उठाई थी. लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की. जिसके बाद तहसील कार्यालय के सामने आमरण अनशन किया गया था. जिसके बाद तत्कालीन एसडीओपी ने जल्द ही खुलासा करने एवं आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया था. लेकिन फिर भी कुछ नही हुआ. इसके बाद न्याय दिलाने अगस्त क्रांति मंच के कुंजबिहारी तिवारी ने मऊगंज कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरना दिया. जिसके बाद पूरे मामले को लेकर टीम गठित की गई और 23 महीने बाद पीडि़त परिवार को न्याय मिल सका, हत्यारे गिरफ्तार हुए