MP news, मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले पहुंचा रावण अली बजरंगबली और बाबर जिन्ना के भी पहुंचने की भी संभावना।
वर्तमान समय में राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि आरोप प्रत्यारोप के दौर में राजनीतिक दलों के नेता संसदीय आचरण को पूरी तरह भूल चुके हैं चुनाव आते ही बाबर से लेकर जिन्ना तक और अली से लेकर बजरंगबली तक को चुनाव मैदान में उतार दिया जाता है विकास महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दे धरे के धरे रह जाते हैं और अली बजरंगबली श्री राम रावण बाबर और जिन्ना को लेकर बहस शुरू कर दी जाती है ठीक उसी तरह से अब नए सिरे से एक विवाद तैयार हुआ है जहां ‘रावण’ वाले ट्वीट पर सियासत मध्य प्रदेश में सियासत गर्म हो रही है स्ट्रीट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सवाल किया है कि PM मोदी को रावण दिखाना गलत, राहुल गांधी को बताना अच्छा है, ये कहां तक सही.. ?
पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के रावण वाले ट्वीट पर सियासत जारी है। भारतीय जनता पार्टी के हिन्दू विरोध बताने पर दिग्गी ने पलटवार किया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जब बीजेपी के लोग राहुल गांधी को रावण के रूप में दिखाते हैं, तो वह क्या है उसका हम जवाब ना दें दिग्विजय सिंह ने रावण वाले ट्वीट पर बीजेपी के हिन्दू विरोध बताने वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि उनकी कृपा है मुझे इतना महत्व देते हैं मैं उनका आभारी हूं। जब भाजपा के लोग राहुल गांधी को रावण के रूप में बनाते है, दिखाते हैं, तो वह क्या है उसका हम जवाब ना दें और यह कोई नई बात नहीं है। जो हमने कहा है तथ्यों के आधार पर कहा है।
ठीक इसके विपरीत प्रधानमंत्री मोदी को ‘रावण’ बताए जाने पर BJP के अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ‘दिग्विजय सिंह को हिन्दू विरोधियों के ब्रांड एंबेसडर’ तक कह डाला है। इसी बीच कांग्रेस मीडिया प्रभारी के के मिश्रा पर हुई एफआईआर को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि करो जितनी एफआईआर करनी है। हार देखकर रावण ने कुंभकर्ण, अहिरावण, मेघनाद सबको उतार दिया था, बस यही हुआ है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक्स पर लिखा था- राहुल गांधी जी के वास्तव में 7 मानवीय गुणों वाले चेहरे हैं। रही बात रावण की तो समूचे देश को ये मालूम है कि रावण के 7 नहीं 10 सिर थे और आज की तारीख में वह अहंकारी दशानन कौन है? यह सब जानते हैं’। जबकि इसके पहले बीजेपी ने ट्वीट करते हुए राहुल गांधी को आधुनिक युग का ‘रावण’ बताया था।
मध्य प्रदेश में एक महीने बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में चुनावी मैदान में रावण को उतार दिया गया है अब अली बजरंगबली और बाबर जिन्ना तथा पाकिस्तान और चीन की इंट्री बाकी है अब देखना यह है कि मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में विकास के मुद्दे महंगाई रोजगार और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चुनाव लड़ा जाएगा या फिर ऐसे मुद्दे चुनाव आते-आते दम तोड़ देंगे।