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प्रदीप का टिकट तय, मृगेंद्र सिंह पर टिकी निगाहें, रोचक होगा मऊगंज विधानसभा श्रेत्र 71 का मुकाबला।

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प्रदीप का टिकट तय, मृगेंद्र सिंह पर टिकी निगाहें, रोचक होगा मऊगंज विधानसभा श्रेत्र 71 का मुकाबला।

विराट वसुंधरा/ विनोद सिंह
मऊगंज-मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर मऊगंज विधानसभा सीट से प्रदीप पटेल का टिकट पक्का होने के बाद अब पूर्व बीएसपी फिर कांग्रेस प्रत्याशी फिर भाजपा नेता मृगेंद्र सिंह पर सभी की निगाहें टिकी हुई है. मऊगंज विधानसभा क्षेत्र 71 का मुकाबला काफी रोचक होने वाला है।

रीवा जिले से अलग होकर नवगठित मऊगंज जिला मुख्यालय की विधानसभा सीट 71 जहां से भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रदीप पटेल को अपना प्रत्याशी बनाया है. प्रत्याशी घोषित होने के बाद से अब मृगेंद्र सिंह पर सभी की निगाहें टिकी हुई है. क्योंकि उन्हें रामभद्राचार्य महाराज ने मंत्री बनने का आशीर्वाद दिया था. इतने बड़े संत से आशीर्वाद मिलने के बाद यह माना जा रहा है की मंत्री बनने से पहले उन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ना होगा. अगर मृगेंद्र सिंह चुनावी मैदान में आते हैं तो मुकाबला रोचक होगा

किसी पहचान के मोहताज नहीं है मृगेंद्र सिंह

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एडवोकेट मृगेंद्र सिंह किसी पहचान के मोहताज नही है. उन्होंने वर्ष 2018 मे पहली बार बीएसपी से विधानसभा का चुनाव लड़ा और 28 हजार मत पाकर सबको चौंका दिया था. 12 मार्च से 20 मार्च 2023 तक सियाराम कुटीर मर्यादपुर मे भव्य श्री राम कथा का आयोजन उनके द्वारा कराया गया था. कथावाचक श्री रामभद्राचार्य महाराज को सुनने लाखों की संख्या मे जन सैलाब उमड़ा था. तब से एडवोकेट मृगेंद्र सिंह का नाम बच्चों बच्चों के जुबान पर है. अगर मृगेंद्र सिंह विधानसभा चुनाव लड़ते हैं तो मुकाबला रोचक होगा।

दो पार्टियों ने की प्रत्याशियों की घोषणा दो का इंतजार।

विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता कल बीते 9 अक्टूबर से प्रभावशील हो गई है. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने है. अभी तक मऊगंज विधानसभा से आम आदमी पार्टी (AAP) ने उमेश त्रिपाठी को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विधायक प्रदीप पटेल पर भरोसा जताते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतार दिया है. जबकि अभी कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोलें हैं. माना जा रहा है कि नवरात्रि लगते ही दोनों पार्टिया भी अपने प्रत्याशी घोषित कर देंगी. कांग्रेस से तो सुखेंद्र सिंह बन्ना का टिकट पक्का माना जा रहा है. वही बहुजन समाज पार्टी में भी टिकट के लिए घमासान मचा है. कांग्रेस और भाजपा से रूठकर बगावत कर BSP मे आने वाले बड़े नेताओं का बीएसपी का हाईकमान इंतजार में है।रोचक होगा मुकाबल मऊगंज विधानसभा क्षेत्र 71 जहां इस बार चुनावी मुकाबला रोचक होगा. क्योंकि इस बार मऊगंज विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हुई है. जिसमें आप पार्टी ने उमेश त्रिपाठी को अपना प्रत्याशी बनाया है. जो कई बरसों से लगातार क्षेत्र में संपर्क कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी से पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना ही मैदान में आ सकते हैं. क्योंकि उनके अलावा कोई दूसरा नाम नहीं है. भाजपा ने भी अपने वर्तमान विधायक प्रदीप पटेल पर भरोसा जताया है. बहुजन समाज पार्टी से कौन उम्मीदवार होगा यह अभी अंधकार मे है पर अगर एडवोकेट मृगेंद्र सिंह चुनावी मैदान में आते हैं. तो मुकाबला काफी रोचक हो जाएगा. मऊगंज में चतुष्कोणी लड़ाई होने के संकेत सामने आ रहे हैं।

भाजपा से घोषित प्रत्याशी प्रदीप पटेल का हो रहा विरोध।

मऊगंज के वर्तमान विधायक को भाजपा ने वर्ष 2013 विधानसभा चुनाव में दूसरी बार प्रत्याशी घोषित किया है प्रदीप पटेल को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष है भाजपा कार्यकर्ताओं ही नहीं जनता में भी उनके बाहरी होने की बात कहीं जाती है ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रदीप पटेल की इस बार राह आसान नहीं है विधायक रहते प्रदीप पटेल क्षेत्र में कम दिखाई देते थे विकास के लिहाज से प्रदीप पटेल ने कोई बड़ा काम मऊगंज विधानसभा क्षेत्र में नहीं किया है हां यह जरूर है कि मऊगंज जिला घोषित होने का श्रेय भाजपा को जाता है लेकिन मऊगंज विधायक की अकेले की यह मांग नहीं थी जनता और समाजसेवी तथा अन्य दलों के नेता भी मऊगंज को जिला बनाने के लिए कई वर्षों से मांग कर रहे थे।

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