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MP News : कांग्रेस नेताओं की छाती में मूंग दरने वाले अभय मिश्रा नाटकीय ढंग से बने सेमरिया से कांग्रेस प्रत्याशी..

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MP News : कांग्रेस नेताओं की छाती में मूंग दरने वाले अभय मिश्रा नाटकीय ढंग से बने सेमरिया से कांग्रेस प्रत्याशी..

कांग्रेस पार्टी से सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में घोषित प्रत्याशी अभय मिश्रा का कांग्रेस नेताओं ने किया जमकर विरोध..

विराट वसुंधरा / न्यूज़ ब्यूरो रीवा

मध्य प्रदेश में आगामी माह 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव का मतदान होना है कांग्रेस पार्टी ने रीवा जिले की सभी विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं तो वहीं भाजपा भी अपनी बची हुई सीटों पर प्रत्याशी उतरने जा रही है रीवा जिले की सबसे चर्चित सेमरिया विधानसभा सीट पर नाटकीय ढंग से अभय मिश्रा को प्रत्याशी बनाए जाने की खबर इन दिनों रीवा ही नहीं पूरे प्रदेश में सुर्खियां बटोर रही है पूर्व विधायक अभय मिश्रा वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में रीवा विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी रहे और 18000 मतों से पराजित होकर बीते वर्ष से सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे थे कांग्रेस पार्टी में रहते हुए कांग्रेस पार्टी की गाइडलाइन से हटकर काम करते रहे और उनका मुद्दा सिर्फ यह था की वर्तमान विधायक के पी त्रिपाठी को किसी तरह से बदनाम कर खुद को स्थापित किया जा सके इसके लिए उन्होंने वह सब कुछ किया जिसके लिए वह जाने जाते हैं अभय मिश्रा को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के नेता कहने से नहीं चूकते कि अभय मिश्रा राजनीतिक विरोध सैद्धांतिक रूप से नहीं करते और पार्टी की गाइडलाइन से हटकर काम करते हैं और अपने स्वार्थ के लिए दल बदल करते रहते हैं अभय मिश्रा के आचरण से स्थानीय कांग्रेस के कई कद्दावर नेता नाराज थे और कांग्रेस की सर्वे सूची में जीतने वाले उम्मीदवारों में अभय मिश्रा का नाम नहीं था इसलिए अभय मिश्रा ने कांग्रेस छोड़ बीते माह छोड़ दिया और भाजपा की सदस्यता ली लेकिन भाजपा में भी उन्हें आभास हो गया की वर्तमान विधायक केपी त्रिपाठी को ही भाजपा बेहतर उम्मीदवार मानती है और उन्हें ही टिकट दे रही है तो अभय मिश्रा ने बीते दिन अपना त्यागपत्र सोशल मीडिया में वायरल किया और जुगाड़ करके कांग्रेस की टिकट हासिल करने में कामयाब रहे और सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से बीती रात कांग्रेस पार्टी ने उनको प्रत्याशी घोषित कर दिया गया,

एक दिन पहले अभय मिश्रा ने छोड़ी थी भाजपा..

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बीते दिन ही अभय मिश्रा ने भाजपा छोड़ने का ऐलान किया था उन्होंने भाजपा के नेताओं पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया था और कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी वहीं एक माह पहले अगर नजर दौड़ाई जाए तो कांग्रेस पार्टी छोड़ते समय उन्होंने कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे और भाजपा में बिना शर्त आने की बात कहते हुए भारतीय जनता पार्टी को जिताने का वादा किए थे लेकिन चुनाव नजदीक आते उन्होंने अपना इरादा बदल दिया पलटी मार कर कांग्रेस में आ गए।
हालांकि सेमरिया विधानसभा क्षेत्र की जनता यह जानती थी कि अभय मिश्रा ऐसा क्यों कर रहे है जबकि कांग्रेस में रहते अभय मिश्रा को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उनकी विधायक विरोधी मुहिम में साथ नहीं दिये थे और भाजपा में आए तब भी भाजपा का स्थानीय संगठन उनके साथ नहीं था लगभग दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं का यही कहना था कि अभय मिश्रा सैद्धांतिक आधार पर राजनीति और विरोधी नेताओं का विरोध नहीं करते वह राजनीति में गंदगी फैलाते हैं और बदनाम चेहरे हैं,

कांग्रेस नेताओं ने किया विरोध..

कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष त्रियुगीनारायण शुक्ला जो पूर्व में भाजपा के सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे हैं और इस बार टिकट के दावेदार भी थे इसके अलावा लालमणि पांडे प्रदीप सोहगौरा, सत्यनारायण शर्मा दिवाकर द्विवेदी गजेंद्र दुबे सभी कांग्रेस नेता टिकट के प्रबल दावेदार थे इन नेताओं ने सिमरिया विधानसभा क्षेत्र में जमकर पसीना भी बहाया था लेकिन टिकट की बाजी अभय मिश्रा ने मार ली और इन नेताओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया हालांकि इन नेताओं ने पत्र लिखकर कमलनाथ को अवगत कराया था कि अगर अभय मिश्रा को पार्टी में शामिल किया जाएगा तो इससे नुकसान होगा और उन्होंने अभय मिश्रा का पुरजोर विरोध किया था बावजूद इसके स्थानीय संगठन की इच्छा के विपरीत कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने अभय मिश्रा को सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित कर दिया है यहां सबसे ताज्जुब की बात तो यह है कि कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेताओं और संगठन के नेताओं की शीर्ष नेतृत्व में एक भी ना सुनी और मनमाना तरीके से कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की छाती में मूंग दरने वाले दलबदलू नेता अभय मिश्रा को टिकट दे दिया,

टिकट खरीदने का लगा आरोप..

वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने अभय मिश्रा का खुलकर विरोध करते हुए कहा था कि इन्हें कांग्रेस में शामिल न कराया जाए लेकिन कांग्रेस पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने सेमरिया से कांग्रेस की टिकट थमा दिया इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता प्रदीप सोहगौरा लालमणि पांडेय सहित कई नेताओं ने आरोप लगाया कि 10 करोड़ में अभय मिश्रा ने कांग्रेस की टिकट हासिल की है और सभी नेताओं ने बीते दिन ही कहा था कि अगर अभय मिश्रा को कांग्रेस पार्टी टिकट देती है तो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता असहज हो जाएंगे और कांग्रेस पार्टी बदनाम चेहरे को टिकट देकर रीवा की सभी सीटें खो देगी क्योंकि अभय मिश्रा की छवि जनता के बीच खराब है और ऐसे में चुनाव के समय इसका सीधा असर कांग्रेस पार्टी पर पड़ेगा।

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