रीवा : चुनावी सियासत के बीच लोकायुक्त की एंट्री, सिरमौर BSP प्रत्याशी की पत्नी पर 25 करोड़ कि सम्पत्ति को 25 लाख बताने का लगा आरोप..
रीवा : जिले के सिरमौर का चर्चित चेहरा व सिरमौर विधानसभा क्षेत्र से BSP प्रत्याशी व्ही.डी. पाण्डेय की जनपद अध्यक्ष सहधर्मिणी रन्नू पाण्डेय के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की जाकर उनकी चल-अचल सम्पत्ति की जांच किये जाने की मांग की गई है, सामाजिक चेतना जागृत संस्थान रीवा के अध्यक्ष नारायण मिश्रा ने लोकायुक्त रीवा में प्रस्तुत शिकायत में श्रीमती पाण्डेय पर अपने परिवार की सम्पत्ति का छिपाव करने तथा करोड़ों की बेनामी सम्पत्ति रखने का गंभीर आरोप लगाया है, जनपद पंचायत जवा की अध्यक्ष श्रीमती रन्नू पाण्डेय का शिकायती मामला उस वक्त सामने आया है जब उनके पति व्ही.डी. पाण्डेय सिरमौर क्षेत्र से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, शिकायती आरोप के मुताबिक पुलिस विभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में प्रवेश करने वाले व्ही.डी. पाण्डेय की जनपद अध्यक्ष धर्मपत्नी के पास आय के कोई साधन नहीं हैं किन्तु उनके द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2022 दौरान प्रस्तुत शपथ पत्र में स्वयं के नाम 18 लाख 70 हजार रुपये, पति-पत्नी के नाम 6 लाख 33 हजार रुपये तथा आश्रित क्रमांक-1 के नाम 17 लाख 67 हजार रुपये एवं आश्रित क्रमांक-2 के नाम 14 लाख रुपये की समग्र चल सम्पत्ति होने की जानकारी दी गई थी,
आरोप लगाया गया है कि श्रीमती पाण्डेय के पास आय का कोई साधन नहीं है और वह स्वयं आश्रितों सहित अपने पति पर आश्रित हैं, उनके पति द्वारा शासकीय सेवा में रहते हुए बेहिसाब सम्पत्ति अर्जित की गई है जो भाई- भतीजों एवं अन्य रिश्तेदारों के नाम पर हैं, 8 करोड़ की दो एकड़ कृषि भूमि शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त रीवा का ध्यानाकर्षण कराया है कि सतना जिले के अमौधा कृपालपुर गांव में श्रीमती पाण्डेय के नाम पर 8 करोड़ रुपये कीमत की 2 एकड़ कृषि भूमियां हैं जिनका उल्लेख उन्होंने शपथ पत्र में कर रखा है। ये आराजी श्री पाण्डेय द्वारा शासकीय सेवा में रहते हुए क्रय की गई है फलतः जांच जरूरी है,
25 करोड़ की प्रापर्टी को दिखाया गया 25 लाख की शिकायती आरोप है कि श्रीमती रनू पाण्डेय के नाम से सतना मास्टर प्लान में प्रापटी है जिसे व्हाइट हाउस का नाम दिया गया है, क्रय प्रापर्टी का बाजार मूल्य श्रीमती पाण्डेय ने अपने पंचायत चुनाव में प्रस्तुत शपथ पत्र में 25 लाख रुपये दर्शाया है जबकि संबंधित प्रापर्टी 25 करोड़ की है, श्रीमती पाण्डेय पर सम्पत्ति के छिपाव का आरोप लगाते हुए नारायण मिश्रा ने लेख किया है कि जनपद पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य लोक सेवक की श्रेणी में आते हैं जिन्हें शासन से मासिक मानदेय का प्रावधान है लेकिन उस मानदेय से लाखों- करोड़ों की सम्पत्ति अर्जित नहीं की जा सकती है,
संदेह के दायरे में सदस्य अभ्यर्थियों की सम्पत्तियां लोकायुक्त में प्रस्तुत शिकायत में नारायण मिश्रा ने 2022 में जनपद क्षेत्र जवा के वार्ड क्रमांक 2, 4, 5, 6, 7, 8, 11, क्रमशरू 16, 18, 19, 20 एवं 23 से सदस्य चुनाव लड़ने वाले का अभ्यर्थियों की सम्पत्ति में जनपद अध्यक्ष- उपाध्यक्ष के चुनाव के तत्काल बाद आई आशातीत बढ़ोत्तरी जांच भी किये जाने की मामले की मांग की है, शिकायतकर्ता को अंदेशा है कि सदस्यों की खरीद-फरोख्त का नतीजा है, लोकायुक्त इसका दूध का दूध और पानी का पानी करेगा, शिकायती जांचं रमगढ़वा में पेट्रोल पंप, जवा में गैस एजेंसी, चित्रकूट थाना नयागांव में पक्का मकान के अलावा मैहर, शहडोल, सतना की भी सम्पत्तियों को शामिल किया गया है, श्री मिश्रा का आरोप है कि जनपद पंचायत के चुनाव में श्रीमती रन्नू पाण्डेय ने झूठा शपथ पत्र दिया था जिसकी शिकायत एसपी रीवा से भी की जा चुकी है, तथा संगठन भोपाल एवं डीजीपी भोपाल को भी प्रेषित की गई है, शिकायतकर्ता नारायण मिश्रा जो मूलतः जवा तहसील के अंतर्गत ग्राम कटांगी के निवासी हैं।