MP news, वोट बेचने वाले वोटरों और वोटों के खरीददार प्रत्याशियों को पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने लगाई लताड़।
कहा अवैध कमाई से चुनाव लड़ने वाले नेताओं ने किया लोकतंत्र को कलंकित और जनता ने बेंचा वोट।
विराट वसुंधरा
रीवा। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में सरकार बनाने की कवायद शुरू है और 3 दिसंबर को परिणाम आने के बाद मध्य प्रदेश में नई सरकार का गठन होगा तो वहीं दूसरी तरफ रीवा पूर्व विधायक रीवा जिले के सिरमौर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने वर्तमान चुनाव पद्धति और नेताओं सहित जनता के चाल चरित्र पर सवाल खड़े करते हुए वोट बेचने वाले वोटरों और वोटों के खरीददार प्रत्याशियों को जमकर लताड़ा है खुद को चुनाव हारने की बात कहते हुए जनता और नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहे हैं कि अवैध कमाई करके चुनाव लड़ने वाले नेता और वोट बेचने वाली जनता ने लोकतंत्र को कलंकित किया है उन्होंने कहा कि अब चुनाव की व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ हो चुकी है अवैध कमाई वाले लोग राजनीति में जाकर जनता का वोट खरीद रहे हैं और जनता उन्हें अपना वोट और आत्मा बेच रही है श्री तिवारी ने कहा कि चुनाव आयोग की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं।
ब्रह्मण मतदाताओं और राजा पर साधा निशाना।
श्री तिवारी ने ब्राह्मण मतदाताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि तिलक तराजू और तलवार इनको मारो जूता चार जैसे अपमानजनक बातों और संबंधित पार्टी के प्रत्याशियों पर जिस तरह से जनता ने अपना प्यार लुटाया है खासकर ब्राह्मण वर्ग के लोगों ने वोट बेंचा है बहुत ही शर्मनाक बात है लोगों ने वोट ही नहीं अपनी आत्मा भी बेच डाली इसके साथ ही राजघराने पर भी उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि राजा का विरोध करने वाले लोगों ने चुनाव के दौरान अपनी भावनाओं को ही आहत किया और गलत प्रत्याशी को मतदान किया है।
मतगणना के पहले ही सपा प्रत्याशी ने मानी हार।
मतदान होने के बाद जहां एक तरफ सभी प्रत्याशी बेसब्री के साथ आगामी तीन दिसंबर को होने वाली मतगणना का इंतजार कर रहे हैं, वहीं जिले की सिरमौर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने अपना बयान देकर सबको चौंकाया है। ईवीएम मशीनों में जनता द्वारा दिए गए जनमत की मतगणना होने के पहले ही समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी लक्ष्मण तिवारी ने अपनी हार स्वीकार करते हुए मतदाताओं पर पैसे लेकर वोट देने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए धनबल का भरपूर सहारा लिया गया।
चुनाव आयोग पर भी उठाए सवाल।
सपा प्रत्याशी ने जिला निर्वाचन विभाग को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि निर्वाचन अधिकारी चाह कर भी मतदाताओं के बीच किए गए पैसों के वितरण को नहीं रोक पाए। पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण समाज के लोग बहुतायत पैसों के कारण प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि पैसे लेकर मतदान करने वाले ब्राह्मण समाज के लोगों ने लोकतंत्र की आस्था को कमजोर करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अब मतदान हो चुका है और मुझे जो भी मत प्राप्त होंगे वह ईमानदारी और संघर्ष के होंगे। सपा प्रत्याशी ने कहा कि मतदान को प्रभावित करने के लिए सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में दरवाजे दरवाजे पैसे और सामग्री बांटने का काम डंके की चोट पर किया गया है।
चुनाव आयोग को चाहिए कि करोड़पतियों को पहले से चिन्हित किया जाना चाहिए और उनपर निगरानी की जानी चाहिए जिससे कि चुनाव में धनबल को रोका जा सके।