MP news, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में हाथी/साइकिल की रफ्तार हुई धीमी, बुंदेलखंड, चंबल व विंध्य में बदला गणित।
विराट वसुंधरा/ रामानंद शुक्ला
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) से गठबंधन के बाद भी बसपा बड़े नुकसान में रही। वर्ष 2018 की तुलना में पार्टी को प्राप्त मत प्रतिशत लगभग डेढ़ प्रतिशत घटा। और 230 विधानसभा सीटों में एक भी सीट नहीं जीती पर बसपा ने ग्वालियर-चंबल और विंध्य अंचल में कई सीटों पर भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवार के जीत का गणित बदल दिया। सतना में भाजपा से अलग होकर बसपा से चुनाव लड़े रत्नाकर चतुर्वेदी को 33 हजार से अधिक मत मिले। यह लोकसभा सदस्य गणेश सिंह की यहां से हार की बड़ी वजह रही। इसी तरह अमरपाटन में मंत्री रामखेलावन पटेल के हारने का बड़ा कारण कारण यह है कि यहां से बसपा प्रत्याशी छंगेलाल 21 हजार से अधिक वोट ले गए। बता दें कि इस चुनाव में बसपा तीन सीटों पर दूसरे नंबर पर रही। इनमें सतना की नागौद, और रीवा की सिरमौर तथा सुमावली सीट शामिल है। तो वहीं चार सीटों पर निर्दलीय दूसरे नंबर पर रहे।
दो दलों के बीच रहा चुनावी दंगल।
मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच 2023 का चुनावी दंगल सीमित रहा बसपा सपा आप जैसी पार्टियां अपना खाता खोलने में नाकाम रही अगर वर्ष 1985 से अब तक की बात करें तो हर चुनाव में दो से लेकर आठ तक निर्दलीय जीतते आ रहे थे। नोटा को भी इस बार मात्र एक प्रतिशत मत मिले, जबकि पिछली बार पांच प्रतिशत मिले थे। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के चुनाव परिणाम में हाथी व साइकिल की रफ्तार धीमी रही तो वहीं आम आदमी पार्टी कोई चमत्कार नहीं दिखा पाई कुल मिलाकर 2023 के विधानसभा चुनावी दंगल में भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने थे बसपा सपा आप और निर्दलीय प्रत्याशियों का सूपड़ा साफ हो गया।
और भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 230 विधानसभा सीटों में 163 विधानसभा सीट जीतकर कांग्रेस पार्टी को करारी शिकस्त दी है।
इन सीटों पर बसपा ने बिगाड़ा गणित।
मध्यप्रदेश के भिंड विधानसभा क्षेत्र में- वर्ष 2018 में बसपा से जीते संजीव कुशवाह भाजपा में शामिल होने के बाद इस बार टिकट मांग रहे थे। टिकट नहीं मिलने पर वह फिर बसपा से लड़ गए। उन्हें 34 हजार 938 मत मिले, जिससे भाजपा-कांग्रेस का गणित बिगड़ा तो जरूर लेकिन यहां से भाजपा के नरेंद्र सिंह कुशवाह जीत हासिल करने में सफल रहे।
छतरपुर विधानसभा क्षेत्र-
यहां बसपा प्रत्याशी डीलमणि सिंह (बब्बू राजा) को 14 हजार से अधिक मत मिले। इससे कांग्रेस के आलोक चतुर्वेदी को नुकसान हुआ। यहां भाजपा की ललिता यादव जीत छह हजार 967 मतों से जीत गईं।
जौरा विधानसभा क्षेत्र-
यहां बसपा के सोनेराम कुशवाह को 37 हजार 38 मत मिले। कांग्रेस के सूबेदार सिंह को ज्यादा हानि होने से भाजपा के पंकज उपाध्याय जीते।
कोलारस विधानसभा क्षेत्र-
यहां बसपा उम्मीदवार नवल धाकड़ 26 हजार से अधिक मत लेकर तीसरे स्थान पर रहे। उन्होंने अधिकतर मत कांग्रेस के बैजनाथ सिंह यादव के काटे। भाजपा के महेंद्र यादव की जीत हुई।
लहार विधानसभा क्षेत्र। भाजपा से अलग होकर बसपा से लड़े रसाल सिंह को 31 हजार 348 मत मिले। जातिगत समीकरण के चलते कांग्रेस के गोविंद सिंह के मत कटे, जिससे भाजपा के अंबरीश शर्मा 12 हजार 397 मत से जीत गए।
मैहर विधानसभा क्षेत्र-
बसपा उम्मीदवार बृजेन्द्र कुशवाहा ने 30 हजार 732 मत प्राप्त किए। कांग्रेस के धर्मेश घई नुकसान में रहे, जिससे भाजपा के श्रीकांत चतुर्वेदी 21 हजार से अधिक मत से जीत गए।
सतना विधानसभा क्षेत्र-
नामांकन के चंद दिन पहले भाजपा से टूटकर बसपा में शामिल हुए रत्नाकर को चतुर्वेदी 33 हजार 567 वोट मिले। भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह के वोट कटने से कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाह चार हजार 41 मत से जीत गए।
अमरपाटन विधानसभा क्षेत्र।
बसपा के छंगेलाल कोल को 21 हजार 317 मत मिले। जातिगत समीकरण के चलते इनमें अधिकतर वोट भाजपा उम्मीदवार राम खेलावन पटेल के माने जा रहे हैं। इस कारण कांग्रेस राजेंद्र सिंह जीत गए।
चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र-
यहां कांग्रेस उम्मीदवार नीलांशु चतुर्वेदी के हारने की बड़ी वजह यह है कि बसपा के सुभाष शर्मा (डोली) 31 हजार 797 मत पा गए। ब्राह्मण वोट बंटने से भाजपा के सुरेंद्र सिंह गहरवार जीत गए।
मुरैना विधानसभा क्षेत्र-
यहां से बसपा प्रत्याशी राकेश रुस्तम सिंह को 37 हजार 187 मत मिले। भाजपा के रघुराज सिंह कंसाना को ज्यादा हानि होने से कांग्रेस के दिनेश गुर्जर 18 हजार से अधिक मत से जीत गए।
सिरमौर विधानसभा क्षेत्र।
रीवा जिले की सिरमौर विधानसभा क्षेत्र बसपा प्रत्याशी व्हीडी पांडेय 41हजार से अधिक मत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे और कांग्रेस पार्टी को तीसरे नंबर पर धकेल दिया भाजपा के दिव्यराज सिंह तीसरी बार भारी मतों से जीत दर्ज करने में सफल हुए।
सेमरिया विधानसभा क्षेत्र।
रीवा जिले की सबसे हॉट सीट सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में बसपा 44 हजार से अधिक मत प्राप्त कर कांग्रेस और भाजपा को कांटे की टक्कर में लाकर खड़ा किया जहां कांग्रेस के अभय मिश्रा लगभग 600 मतों से भाजपा प्रत्याशी केपी त्रिपाठी को हराने में कामयाब रहे यहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा था लेकिन बसपा प्रत्याशी लगभग 12 मतों से पिछड़ गए।
देवतालाब विधानसभा क्षेत्र।
बसपा की जनक रीवा जिले की देवतालाब विधानसभा क्षेत्र में 1990 में बहुजन समाज पार्टी ने देवतालाब विधानसभा सीट जीतकर प्रदेश की राजनीति में बसपा को स्थापित किया लेकिन अब देवतालाब विधानसभा क्षेत्र में बसपा काफी कमजोर हुई है यहां बसपा प्रत्याशी अमरनाथ पटेल को लगभग 31 हजार मत प्राप्त हुए और तीसरे स्थान पर खिसक गये और भाजपा के गिरीश गौतम 24हजार से अधिक रिकार्ड मतों से कांग्रेस पार्टी को पराजित किये।