MP में मोहन यादव बने CM राजेन्द्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा उप मुख्यमंत्री।
दोपहर बाद से विधायक दल की चल रही थी बैठक पार्टी कार्यालय में फोटो सेशन के बाद पर्यवेक्षकों ने की घोषणा।
विराट वसुंधरा
मध्यप्रदेश की राजनीति में सबसे बड़ा चेहरा शिवराज सिंह चौहान का है और उनकी लोकप्रियता बीते सप्ताह विधानसभा चुनाव के आए परिणाम से पता चल चुका है जहां उम्मीद से अधिक 230 विधानसभा सीटों में 163 विधानसभा सीट जीतकर शिवराज सिंह चौहान ने कीर्तिमान स्थापित किया है। भाजपा की इस जीत में अकेले शिवराज सिंह चौहान नहीं है भाजपा का मजबूत संगठन भी है लेकिन शिवराज सिंह चौहान की चुनाव प्रचार के दौरान की गई भावुक अपीलें और उनकी योजनाओं को बहुमत से अधिक सीट तक पहुंचने की वजह मानी जा रही है लेकिन काफी लंबे समय से मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बने रहने से कुछ हटकर नया करने की भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने की है जहां मध्यप्रदेश को नया मुख्यमंत्री मोहन यादव को और राजेंद्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है।
CM चेहरा घोषित होने के पहले हुआ फोटो सेशन।
आज दोपहर बाद भाजपा कार्यालय में नवनिर्वाचित सभी भाजपा विधायकों की औपचारिक बैठक हुई इस बैठक में मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होना चाहिए इसके लिए रायशुमारी सहित सभी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के नाम पर पर्यवेक्षकों ने विधायकों से चर्चा की काफी देर तक चली बैठक में मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा तय किया गया इससे पहले सभी विधायकों को कार्यालय के बाहर बने बैठक स्थल पर फोटो सेशन किया गया यहां एक बात ख़ास रही कि फोटो सेशन में सबसे पीछे शिवराज सिंह चौहान पहुंचे और सभी नेताओं ने फोटो खिंचवाई।
विधायक दल की बैठक से पहले पार्टी ने जारी किया था खास निर्देश।
मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला आज सोमवार को दोपहर बाद हो ही गया पार्टी द्वारा बुलाई गई विधायकों की बैठक में पार्टी आलाकमान के द्वारा नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता शिवराज सिंह चौहान को चुना गया बैठक से पहले मध्यप्रदेश भाजपा ने सभी भाजपा विधायकों को आमंत्रण दिया था और उन्हें दो बातें न करने के लिए कहा था कि विधायक दल के नेता चुने जाने की प्रक्रिया पूरी तरह से गोपनीय रखी जाए जहां तमाम मीडिया के लोगों द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए कौन होगा उम्मीदवार तमाम ऐसे सवाल पूछे जाते रहे लेकिन किसी भी नेता ने पार्टी के गतिविधियों की सीक्रेट लीक नहीं किया।
मुख्यमंत्री पद की रेस में रहे कई दिग्गज लेकिन हुआ कुछ और।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की रेस में शिवराज सिंह चौहान के साथ ही भाजपा के सीनियर नेता नरेंद्र सिंह तोमर प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, सुमेर सिंह सोलंकी, वीडी शर्मा, राव उदय प्रताप और रीति पाठक का नाम सामने आ चुके थे। शिवराज सिंह चौहान के मुकाबले प्रहलाद पटेल और नरेन्द्र सिंह तोमर केन्द्रीय मंत्री रहे हैं जो विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर मुख्यमंत्री का चेहरा माने जाते थे तो वहीं कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं और इंदौर से विधायक चुने जाने के बाद सीएम चेहरे के रूप में देखे जा रहे थे। लेकिन विधायक दल की बैठक में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर फिर मुहर लग गई है और पांचवीं बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए हैं।
परिणाम आने के बाद से CM चेहरे पर छिड़ी थी बहस।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के 3 दिसंबर को परिणाम आने के बाद से मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री कौन बनेगा इस पर लगातार तरह तरह से बहस छिड़ी थी प्रदेश के नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं और आम जनता में भी मुख्यमंत्री कौन बनेगा किसी पहेली से कम नहीं था आज विधायक दल की बैठक के बाद एक बार फिर मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बनाये जाने की चर्चा थी कि पांचवी बार मुख्यमंत्री बनेंगे लेकिन प्रदेश में कुछ नया करने की दिशा पर भाजपा चल पड़ी और मध्य प्रदेश को मोहन यादव के रूप में नया मुख्यमंत्री मिला तो वहीं राजेंद्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा के रूप में उपमुख्यमंत्री भी दिया गया।