भाजपा नेत्री प्रज्ञा त्रिपाठी ने राखी मिलन कार्यक्रम का आयोजन कर कि प्रेस वार्ता, कहा… राजनीति मेरे लिए पेशा नहीं बल्कि समाजसेवा का एक माध्यम है।
मनोज सिंह : ब्यूरो रिपोर्ट रीवा
रीवा : भाजपा नेत्री प्रज्ञा त्रिपाठी द्वारा आज राखी मिलन कार्यक्रम व प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया,
इस आयोजन मे उपस्थित रीवा के पत्रकार बंधुओ को भाजपा नेत्री प्रज्ञा त्रिपाठी ने राखी बांधी और उनका मुंह मिठा कराया, इसके बाद पत्रकार भाइयो के समझ अपनी बातें रखते हुए कहा कि बहुत दिनों से आप सभी से मिलने और बात करने की इच्छा थी, और रक्षा बंधन इसके लिए एक बहुत ही अच्छा माध्यम बना,
यह वर्ष मेरे पिता स्मृतिशेष श्री चन्द्रमणि त्रिपाठी के पुण्य स्मरण का 10वा वर्ष है, इस नाते मेरे पिता मेरे परिवार और सौदामिनी सेवा संस्थान से मेरे मार्गदर्शक समूह ने मेरे पिता की अभिरुचि और सेवा के विषय स्वास्थ्य शिविर कि श्रंखला जो कि एक यात्रा के रूप में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस 25 दिसम्बर 2022 से शुरू होकर रीवा के सुंदर ग्रामीण क्षेत्रों में जहाँ स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है, यहाँ स्वास्थ्य परीक्षण नि: शुल्क दवाईया और विशेषकर रक्त की कमी (एनीमिया) से रीवा को मुक्त किया जा सके, इस दिशा में हम प्रयासरत है, इसके लिए विशेष रूप से माता और किशोरियों का रक्त परीक्षण दवाईया और खान पान से सम्बन्धित परामर्श उन्हें दिया जा रहा है, साथ ही उनका रिकार्ड संग्रहित कर उन्हें आगे फालोअप भी किया जा रहा है,
शिविर कि विशेषता बताते हुए उन्होंने कहा कि…
• अब तक 83 शिविर आयोजित हो चुके है,
• रीवा जिले के 06 ब्लाको में कैम्प का आयोजन किया गया, जिसमे 19516 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ,
• 25 सितम्बर 2023 पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती तक यह शिविर चलेंगे,
• 101 स्वास्थ्य शिविर और 25 हजार रोगियों को लाभ पहुंचाने की योजना है,
• शिविर से चिन्हित 163 रोगियों को शासकीय चिकित्सालयों में आगे के उपचार के लिए भर्ती कराया गया,
• शिविर में 742 एनीमिया से पीडित रोगियों को चिन्हित किया गया है,
• जनप्रतिनिधियों एवं सेवानिवृत्त सैनिकों का सम्मान भी किया जा रहा है,
प्रज्ञा त्रिपाठी ने बताया कि….मेरे स्वर्गीय पिता जी ने अपने पीछे एक बड़ी जिम्मेदारी जनसेवा छोड़ी है, समाज के वंचित और गरीब के लिए किया गया उनका संघर्ष ही मेरे हिस्से आया यही मेरी सबसे बड़ी विरासत है, मैं जनसेवा और समाजहित के कार्यों के लिए राजनीति में आई, राजनीति मेरे लिए पेशा या व्यवसाय का माध्यम नहीं, देश सेवा के लिए सीमा पर समर्पित एक सैनिक की मैं पत्नी हूँ, संगठन का क ख ग से विद्यार्थी परिषद से सीखा, और 14 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रही हूँ, व सदैव कुछ नया सीखने प्रयासरत हूँ, देवतूल्य कार्यकर्ता और राष्ट्र प्रथम को मानकर चलने वाले संगठन के लिए काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है, यह मेरी पूजी और मेरी ताकत है, संगठन ने जब जैसी जिम्मेदारी दी मैंने अपनी पूरी क्षमता और निष्ठा से निभाया है, और आगे भी जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे शिरोधार्य कर निभाऊंगी।