MP news, बहादुर बालक की मासूम बातों से खुली अंधे कत्ल की गुत्थी 48 घंटे के अंदर शहडोल पुलिस ने किया खुलासा।
मध्यप्रदेश के शहडोल में बीते दिनांक 12/02/2024 दिन सोमवार को ग्राम शिवरीचंदास सरपंच द्वारा गांव में सिर कटा शव मृतक रघुवर सिंह आयाम पिता स्व. भद्दू सिंह उम्र 48 वर्ष निवासी शिवरीचंदास का शव राजू सिंह गोंड़ के खेत में मिलने की सूचना देने पर मर्ग कायम किया गया। थाना राजेन्द्रग्राम में अपराध क्र. 45/24 धारा 302 भा.द.वि. का अपराध अज्ञात आरोपी के विरूद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया, घटना की सूचना पर उप पुलिस महानिरीक्षक शहडोल, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी(पुलिस), एफ.एस.एल. अधिकारी, थाना प्रभारी, पुलिस डॉग एवं डॉग हैण्डलर आसपास के लोगों के साथ घटनास्थल के पास पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, शहडोल जोन शहडोल श्री डी.सी. सागर द्वारा घटनास्थल का पर्यवेक्षण किया गया और प्रकरण की विवेचना को वैज्ञानिक, फॉरेसिंक और डिजिटल दृष्टिकोण से करने संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश पुलिस अधीक्षक को दिये।
परिजनों एवं गांव के लोगों द्वारा बताये अनुसार मृतक खेती किसानी के अतिरिक्त झाड़ फूंक गुनिया का काम करता था । दौरान पूछताछ 14 वर्षीय बाल मोहन (काल्पनिक नाम) द्वारा मृतक रघुवर सिंह का गांव के ही भीमसेन परस्ते के साथ दुकान में आकर नारियल अगरबत्ती लेना। उसके उपरांत दोनों का साथ में जाना बताया। इसी समय मृतक को आखिरी बार देखना पाया गया। उक्त तथ्य के आधार पर संदेही भीमसेन परस्ते से विधिवत विस्तृत पूछताछ की गयी जिसके द्वारा घटना कारित करना स्वीकार किया गया।
भीमसेन ने बताया कि दिनांक 09/02/2024 दिन शुक्रवार मौनी अमावस वाले दिन मृतक रघुवर सिंह को करीब 04.30 बजे के लगभग पूर्व सरपंच राजू सिंह के खेत में झाड़ फूंक के उद्देश्य से ले गया था। पिछले 06 माह से मेरी पत्नी से मेरा अक्सर लड़ाई झगड़ा होता था और मेरे दोनों बच्चों की भी आये दिन तबियत खराब रहती थी जिसके लिये मैं रघुवर सिंह से झाड़ फूंक कराता था लेकिन और उल्टा उसके झाड़़ फूंक के कारण मेरी पत्नी करीब 03 महीने पहले मुझे छोड़कर अपने मायके चली गई और बच्चे वैसे ही बीमार रहते और परेशानी बढ़ गई। मुझे यह अंधविश्वास हो गया कि रघुवर सिंह की झाड़ फूक के कारण ही मेरे घर में परेशानी आ रही है । मैंने रघुवर सिंह को मारने का प्लान बना लिया इसलिये मैं रघुवर को झाड़ फूंक का बोलकर ले गया और राजू सिंह के खेत में रोककर मैं अपने घर से झाड़ फूक का सामान चावल आदि लेने के बहाने गया। मेरा घर राजू सिंह के खेत से 200 मीटर दूर है । जहां से मैं जाकर टंगिया(कुल्हाडी) ले आया जिसे अपने अपर (ट्रेकशूट) के पीछे छुपा लिया । रघुवर , राजू सिंह के खेत में खड़ा था उसके पास पहुंचकर मैंने खेत का पत्थर उठाया और फेंककर रघुवर के मुंह पर मारा जिससे रघुवर अचेत होकर जमीन पर गिर गया फिर मैंने टंगिया से उसकी गर्दन के पीछे तब तक वार किया जब तक उसकी गर्दन धड़ से अलग नही हो गई । इसके बाद मैं रघुवर के चेहरे पर पत्थर पटककर और खराब कर दिया जिससे उसका चेहरा पहचान में न आये और उसके जेब से उसका आधारकार्ड और मोबाईल, पत्थर तथा टंगिया लेकर खेत –खेत होकर अनूपपुर रोड तरफ भागा वहां खन्ती के पास रक्त रंजित पत्थर फेंक दिया और टंगिया लेकर मैं अपने घर पहुंचा और कोठी में ऊपर छुपाकर रख दिया इसके बाद अपने पहने हुये कपड़े, रघुवर का मोबाईल और आधारकार्ड अपने कमरे की टीन की पेटी में छुपाकर रख दिया था ।
आरोपी की स्वीकारोक्ति उपरांत आरोपी को गिरफ्तार किया जाकर घटना का रिक्रेयशन किया गया जिसमें पुलिस DOG द्वारा सर्च किये गये रास्ते से आरोपी द्वारा भागने में प्रयुक्त रास्ते में समानता पाई गई । आरोपी की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त हथियार टंगिया, पत्थर , घटना के दौरान आरोपी के पहने कपड़े एवं घटनास्थल से सभी सामग्री जप्त की गई। जिसे एफएसएल सागर को डी.एन.ए. की जांच हेतु भेजा जायेगा। जिससे मृतक, घटनास्थल एवं आरोपी का अंतर्संबंध वैज्ञानिक दृष्टि से ज्ञात किया जा सके ।
उपरोक्त सम्पूर्ण घटनाक्रम में 14 वर्षीय बालक द्वारा बताये Last Seen Theory के आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंचने में सफल हुई, अतः अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन शहडोल द्वारा बालक मोहन (काल्पनिक नाम) को 30000/- रूपये की पारितोषक राशि प्रदाय की जावेगी। इस अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाने में निम्नलिखित टीम की सराहनीय भूमिका रही: डी.सी.सागर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन शहडोल, सुश्री सविता सोहाने, उप पुलिस महानिरीक्षक रेंज शहडोल, जितेन्द्र सिंह पवांर, पुलिस अधीक्षक अनूपपुर, शिवकुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर, सोनाली गुप्ता, एस़डीओपी पुष्पराजगढ़, निरीक्षक अरविन्द जैन थाना प्रभारी रामनगर, निरीक्षक विकास सिंह रक्षित केन्द्र अनूपपुर, उपनिरीक्षक प्रवीण कुमार साहू थाना प्रभारी राजेन्द्रग्राम एवं थाना राजेन्द्रग्राम से उपनिरीक्षक लियाकत अली, उपनिरीक्षक अनुराधा परस्ते, सउनि यादवेन्द्र सिंह, प्र.आर. 42 राजेन्द्र यादव, प्र.आर. 141 मनोज सिंह, प्र.आर. 26 धीरेन्द्र प्रसाद, प्र.आर. 50 तिलकराज सिंह, म.प्र.आर. 143 शिवकुमारी धुर्वे, प्र.आर. 70 भूपेन्द्र सिंह, आरक्षक दुर्गेश सिन्द्राम, आरक्षक मनोज तिवारी, आरक्षक अजय तोमर, आरक्षक अजय सिंह परस्ते, आरक्षक मदगेन्द्र पटेल, आरक्षक छोटेलाल साहू, प्रधान आरक्षक अजय सिंह मरावी, चालक आरक्षक प्रदीप बारेला। जिन्होने महज 48 घण्टे के अंदर अंधी हत्या का खुलासा किया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन शहडोल द्वारा सभी को पुरुष्कृत करने की घोषणा की गयी ।