MP news, एनसीएल गोरबी ब्लाक-B में फैली अराजकता, जमकर हो रहा भ्रष्टाचार, आये दिन हो रही चोरियां, रोज हो रहा लाखों का वारा न्यारा।
सिंगरौली। ऊर्जाधानी सिंगरौली कमाई करने वालों के लिए कुबेर का खजाना बन गई है एक तरफ जहां पूंजीपति खूब कमाई कर रहे हैं तो वहीं गरीबों का खून चूसने में भी ऐसे लोग पीछे नहीं है रहे हैं ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश की ऊर्जा धनी सिंगरौली से सामने आया है जहां एनसीएल की गोरबी बी ब्लाक में इन दिनों सिक्योरिटी आफिसर दिलीप सिंह व टाइम कीपर मनोज सिंह के द्वारा सिक्योरिटी एजेेंसियों से मिलीभगत कर जमकर भ्रष्टाचार किया जा हा है। आलम यह है कि रोजाना लाखों रूपये का वारा न्यारा सिक्योरिटी आफिसर व टाइम कीपर द्वारा किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार एनसीएल गोरबी ब्लाक बी में चार सिक्योरिटी एजेंसियां कार्य कर रही हैं। सूत्रों की मानें तो उक्त एजेंसियों से सिक्योरिटी अधिकारी एक लाख रूपये प्रति सिक्योरिटी एजेंसी सुविधा शुल्क ली जाती है वहीं टाइम कीपर मनोज सिंह के द्वारा भी प्रति सिक्योरिटी एजेंसी साठ हजार रूपये प्रतिमाह की वसूली की जा रही है। उक्त सुविधा शुल्क की एवज में सिक्यारिटी एजेंसियों को खुलेआम मनमानी करने की छूट दी जाती है। सिक्योरिटी एजेंसियों से हो रही अवैध वसूली जांच का विषय है परन्तु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रतिमाह लाखों का वारा न्यारा सिक्योरिटी अधिकारी व टाइम कीपर द्वारा किया जा रहा है।
अतिरिक्त हाजिरी में वसूली।
बताया जाता है कि एनसीएल की गोरबी ब्लाक बी परियोजना में कार्य कर रही चारो सिक्योरिटी एजेंसियों से सिक्योरिटी गार्डों को फर्जी तरीके से टाइम कीपर द्वारा एक्सट्रा हाजिरी दी जाती है। एक्सट्रा हाजिरी के एवज में टाइमकीपर द्वारा बकायदा हर घंटे के पैसे चार्ज किये जाते हैं। पूर्व मे जीएम का पीए होने के कारण टाइमकीपर मनोज सिंह की परियोजना में रसूख है जिसका फायदा उनके द्वारा खूब उठाया जा रहा है।
एक्सआर्मी बनाकर किया जाता है फर्जीवाड़ा।
सिक्योरिटी अधिकारी व टाइमकीपर की मिलीभगत से परियेाजना में जमकर धांधली की जा रही है। बताया जाता है कि सिविलियन गार्ड को फर्जी तरीके से एक्सआर्मी मैन बनाकर हाजिरी दी जाती है जिसमें जमकर हेरफेर कर मोटी रकम वसूली जाती है।
बड़े पैमाने पर हो रही है चोरियां, बैरियर में अवैध वसूली।
सिक्योरिटी आफिसर व टाइमकीपर की मिलीभगत से हो रहे अवैध फर्जीवाड़े की कहानी यही नहीं है। सूत्रों की मानें तो एनसीएल गोरबी ब्लाक बी परियोजना से बड़े पैमाने पर परियोजना की बेशकीमती मशीनरी कबाड़ियों द्वारा पार किया जा रहा है जिससे एनसीएल को हर महीने लाखों करोड़ो रूपये की चपत लग रही है। सिक्योरिटी एजेंसियों से साठगांठ कर उक्त चोरियों को अंजाम इन्हीं अधिकारियों द्वारा दिलायी जा रही है। वहीं चारों सिक्योरिटी में तैनात सुरक्षागार्डों द्वारा बैरियर पर अवैध वसूली भी करायी जा रही है। बताया जाता है कि अवैध वसूली में बकायदे सबका हिस्सा बंधा रहता है जिसमें सिक्योरिटी अधिकारी व टाइमकीपर से लेकर सिक्योरिटी एजेंसी तक को एक मोटी रकम प्रतिदिन प्राप्त हो रही है।