मध्य प्रदेश का 55 वां जिला होगा मैहर, जिला बनाए जाने की घोषणा के साथ ही शासन स्तर पर गठन की प्रक्रिया प्रारंभ।
रामानंद शुक्ला/विराट वसुंधरा/सतना।
सतना Satna । लगभग एक दशक से भी अधिक समय से मैहर maihar वासियों की एवं भाजपा नेता नारायण त्रिपाठी की पुरजोर मांग, मैहर को जिला बनाए जाने को लेकर प्रदेश सरकार से चल रही तनातनी को देखते हुए विगत 5 सितंबर को मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने मैहर को जिला बनाए जाने की घोषणा की इसके साथ ही मध्य प्रदेश के महामहिम राज्यपाल महोदय के द्वारा प्रस्तावित मैहर जिले के गठन वा दावे आपत्तियां हेतु गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया।
प्रस्तावित मैहर जिला को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मैहर में जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत में म.प्र.के गृह एवं जेल मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा , लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जनसंपर्क मंत्री राजेंद्र शुक्ला , पंचायत राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल , सांसद गणेश सिंह एवं मैहर के समस्त जनप्रतिनिधियों , मैहर निवासियों की उपस्थिति में वर्चुअली मीटिंग में 55 वें जिला की घोषणा कर क्रियान्वयन के आदेश तत्काल दिए गए और गठन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई।
प्रस्तावित मैहर जिला के गठन को लेकर जिस तेज गति व हड़बड़ी तथा आनन फानन में जिले का गठन किया जा रहा है,कुछ विसंगतियां हैं जिनके बारे में किसी ने नहीं सोचा। दिनांक 5 सितंबर 2023 को राज्यपत्र में प्रकाशित पत्र दिनांक 5.9.23 के संबंध में गौर किया जाए तो अभी हाल के वर्षों में 2021 में मौहारी कटरा राजस्व निरीक्षक मंडल को तहसील रामपुर बघेलान में सम्मिलन किया गया है परंतु विकासखंड के गठन में मौहरी कटरा राजस्व निरीक्षक बृत्त के गांव जनपद पंचायत अमरपाटन में सभी गांव सम्मिलित हैं। विकासखंड के गठन एवं परिवर्तन के अधिकार केंद्र सरकार को प्राप्त है राज्य सरकार को विकासखंड में हस्तक्षेप करने के अधिकार नहीं है। राज्य पत्र के प्रकाशन में तकनीकी गलती होने पर एकमात्र विकल्प मौहारी कटरा राजस्व निरीक्षक मंडल को वापस तहसील अमरपाटन में पुनः समायोजित करने के विकल्प के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
खेद का विषय यह कि जब 10 वर्षों से मैहर को जिला बनाए जाने की मांग की जा रही थी तब शिवराज सरकार ने इतनी सक्रियता कभी नहीं दिखाई जो अब हड़बड़ी मची है वह नारायण त्रिपाठी के डर की वजह से है ऐसे में यदि अमरपाटन रामनगर के बसींदों की बगैर राय जाने यदि उन्हें मैहर जिले में समाहित कर दिया जाता है तो निवासियों को सुविधा के बजाय भारी सुविधा होगी जो शिवराज सिंह चौहान के लिए घाटे का सौदा होगा!
मौहरी कटरा ग्राम को सतना जिला एवं नवीन प्रस्तावित मैहर जिला में कैसे रखा जा सकता है , अंतिम राज्य पत्र प्रकाशन में मौहरी कटरा के पटवारी हल्का को भी अमरपाटन तहसील में समायोजित किया जाना आवश्यक होगा मौहारी कटरा के कुछ गांव के लोग इन बातों को लेकर परेशान एवं चिंतित हैं कि हमारा थाना एवं जनपद कार्यालय अमरपाटन है, तहसील रामपुर बघेलान,और जिला सतना है। इसी तरह ताला सर्किल के कुछ गांव ऐसे हैं जिनकी दूरी सतना जाने पर 50 किलोमीटर है लेकिन मैहर पहुंचने में 70 किलोमीटर हो जाती है। वहां के भी ग्रामीण जन इस बात की चर्चा करते हैं कि ताला सर्किल को सतना जिले में ही रखा जाए। अमरपाटन क्षेत्र के व्यापारी लगातार 2 सालों से इस बात को लेकर चिंतित हैं की मौहारी कटरा वृत्त तहसील रामपुर बघेलान में सम्मिलन हो जाने से हम लोगों का व्यापार चौपट हो जाएगा , पेट मारा जायेगा । मुख्यमंत्री एवं मैहर के विधायक के विरोधियों में गिने जाने के दर से इन क्षेत्रों के नेतृत्व अपना अपना पल्ला यह कहकर झाड़ने लगे हैं कि मेरे कार्यकाल में ऐसा काम नहीं हुआ, अधिवक्ता भी इस बात को लेकर खफा हैं कि बड़े नेताओं की लापरवाही के कारण हम बेरोजगारी की स्थिति में पहुंच जायेंगे ।
व्यापारियों की चिंता किसी ने नहीं की, भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिला महामंत्री एवं सांसद प्रतिनिधि दिनेश शुक्ला ने एवं वरिष्ठ भाजपा नेता शिवकुमार सिंह से मैहर जिला गठन की चर्चा में इन नेताओं ने मांग की है कि यदि मैहर जिला बना है तो विधिवत सतना जिले के परिसीमन से लगे हुए अमरपाटन, मैहर,रामनगर, उंचेहरा तहसीलों का बारीकी से अध्ययन करने के बाद जनपद कार्यालय तहसील कार्यालय एवं थाना से लगे ग्रामों की वस्तु स्थिति से परिचित होने के बाद ही मैहर जिले की सीमाओं को अंतिम रूप दिया जाना चाहिए।