रतहरा बाईपास ओवरब्रिज के नीचे अम्मा का चलता है अवैध नशे का खुल्लम खुल्ला धुआं बार।
विराट वसुंधरा/ यज्ञ प्रताप सिंह
रीवा। एक तरफ जिले के पुलिस कप्तान द्वारा नशे के कारोबार पर नकेल कसने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ नशे का कारोबार शहर और गांव – गांव में इस तरह से चल रहा है जैसे किसी ठेले में रखी सब्जी आम आदमी को मिल जाती है उसी प्रकार नशे का कारोबार भी फल फूल रहा है जबकि 24 घंटे पुलिस की गस्त और अवैध नसी के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है बावजूद इसके पुलिस के नाक के नीचे जिस तरह से शहर में खुलेआम जगह जगह पर अवैध मादक पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से चलाई जाती है इससे संदेह पैदा होता है कि कहीं न कहीं जनता के टैक्स के पैसे से पेमेंट लेने वाले कुछ भ्रष्ट पुलिस वाले भी अवैध मादक पदार्थों के धंधा करने वालों की दलाली करते हैं जिससे उनके हौसले बुलंद है और धड़ल्ले से खुलेआम मादक पदार्थों की बिक्री की जा रही है।
रतहरा बाईपास ओवरब्रिज के नीचे चलता है अम्मा का गांजा और कोरेक्स का धुआं बार।
आपको बता दें रीवा शहर के रतहरा बाईपास की पुलिया खंबा नंबर 3 के नीचे एक महिला जिसकी उम्र लगभग 75 साल की होगी उसके द्वारा वहां पर लगातार नशीली मादक पदार्थों की धड़ल्ले से बिक्री की जाती है सूत्रों की मानें तो कई बार इस महिला की खबर अखबारों और चैनलों में चलाई जा चुकी है इसके बावजूद भी महिला जिस तरह से धड़ल्ले से बैठकर धंधा करती है कहीं ना कही जिले की पुलिस प्रशासन के ऊपर एक प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है सूत्रों की माने तो इस धंधे को चलाने के पीछे कई शातिर नशा खोर माफियाओं का हाथ है जिनके द्वारा कोरे सर गांजा महिला तक पहुंचाया जाता है महिला उम्र दरार होने के कारण उसका फायदा उठाकर लोग महिला से इस धंधे को धड़ल्ले से करवाते हैं महिला की सुरक्षा में 12 गुर्गे 24 घंटे इर्द-गिर्द घूमते रहते हैं थोड़ी सी भी भनक होने पर या तो वह गुर्गे वहां पर वीडियो बनाने वाले पत्रकार से हाथापाई पर उतारू हो जाते हैं या फिर महिला से सामान लेकर वहां से रफूचक्कर हो जाते हैं सूत्रों की माने तो प्रतिदिन इस महिला के द्वारा 30 से 40 केजी गाजी की बिक्री की जाती है गांजे का भंडारण कहीं और पर रखा होता है और जिस तरह के कस्टमर वहां पर पहुंचते हैं उसी हिसाब से वहां पर लोगों को गांजे की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है वही कोरेक्स की भारी मात्रा भी वहां पर सप्लाई की जाती है कस्टमर के अनुसार कोरेक्स लाकर उन्हें दिया जाता है कोरिक्स की भारी मात्रा अम्मा तक पहुंचाई जाती है तो सूत्रों की माने तो उत्तर प्रदेश से ईट लेकर आने वाले ट्रकों के ड्राइवरों के द्वारा इकोरेक्स की मात्रा यहां तक पहुंचाई जाती है
10 दिन पूर्व अवैध मादक पदार्थ चलाने वाले कारोबारियों की सूचना पत्रकार यज्ञ प्रताप सिंह द्वारा पुलिस को दी गई थी और पुलिस को दी गई सूचना के 1 घंटे बाद पुलिस जब मौके पर पहुंचती है उसके पहले ही गांजा और कोरेक्स ठिकाने लगा दिया गया था मौके पर पहुंची सिविल लाइन पुलिस द्वारा ताम झाम किया गया और चलाता बने जबकि पुल के नीचे कई गुमटियों में भी अवैध मादक पदार्थ बेची जाती है आसपास के लोगों द्वारा बताया गया कि पुलिस की सह पर ही यहां अम्मा ने अवैध नशे की साम्राज्य को स्थापित कर रखा है लोगों ने यह भी बताया कि रोजाना यहां पुलिस का एक दो बार आना होता है और घूम फिर कर चले जाते हैं लेकिन अम्मा के अवैध कारोबार पर पुलिस की गस्त से कोई फर्क नहीं पड़ता और दुकान खुले में सजी रहती है।
लोगों ने बताया कि जब पुलिस को सूचित किया जाता है तो थाने से निकलने से पहले दलाल नशाखोरों को सूचित कर देते हैं और माल ठिकाने लगा दिया जाता है संवाददाता यज्ञ प्रताप सिंह द्वारा स्वयं इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी लेकिन पुलिस आई और खाली हाथ लौट गई उसे दौरान पत्रकार द्वारा वीडियो इसलिए नहीं बनाया गया था कि लोगों को शक हो जाएगा तो उन्होंने पुलिस को सूचना देना बेहतर समझा था। आज विराट वसुंधरा समाचार पत्र के क्राइम संवाददाता यज्ञ प्रताप सिंह द्वारा मौके पर पहुंच कर स्टिंग ऑपरेशन किया गया और वीडियो में देख सकते हैं कि किस तरह से महिला के पास लोग बैठकर गांजा पी रहे हैं और उसके इर्द-गिर्द 10-12 लोग हमेशा बैठे रहते हैं साथ ही महिला के द्वारा जिस तरह से पन्नी में गांजा भर कर बेचा जा रहा था ऐसा लग रहा था महिला आयुर्वेद की कोई जड़ी बूटियां बांट रही है एक गांजा बेचने वाली महिला से जब हमारे क्राइम रिपोर्टर ने गांजे की कीमत पूछी उसने बताया कि इसकी कीमत ₹80 पुड़िया है लेना है तो लो नहीं जा सकते हो लिहाजा स्टिंग करना था तो पत्रकार को ₹80 की पुड़िया खरीदनी पड़ी जो बाद में पत्रकार ने किसी गंजेड़ी को मुफ्त में दे दिया।