MP News: मध्य प्रदेश के लिए सरकार ने फिर से वृक्षारोपण अभियान चलाने का निर्णय लिया है, सरकार ने निर्णय लिया है कि 15 जुलाई से 15 सितंबर तक राज्य के सभी शहरी क्षेत्रों में वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान शहरी क्षेत्रों में एक करोड़ 75 लाख पौधे लगाये जायेंगे–MP News
शहरी क्षेत्रों में पौधारोपण अभियान दो माह तक चलेगा
मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के निर्देश दिये हैं। इसके लिए शहरी क्षेत्र में दो माह तक पौधारोपण अभियान चलाया जायेगा. राज्य शासन ने नगरीय विकास एवं आवास विभाग की ओर से सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किये गये हैं। सभी जिलाधिकारियों के नेतृत्व में अन्य विभागों के सहयोग से वृक्षारोपण अभियान चलाया जायेगा। बरसात के मौसम में अधिक से अधिक पौधे लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
नगर निकायों का लक्ष्य अधिक से अधिक पौधे लगाने का है
इंदौर और भोपाल नगर निगम में 15-15 लाख, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन नगर निगम में 10-10 लाख और शेष 11 नगर निगम में 5-5 लाख। इसी प्रकार एक लाख से अधिक जनसंख्या वाली 17 नगर पालिकाओं में एक-एक लाख, एक लाख से कम जनसंख्या वाली 82 नगर पालिकाओं में 15-15 हजार तथा 298 नगर परिषदों में 10-10 हजार पौधे लगाये जायेंगे।
छायादार एवं औषधीय पौधों का चयन करना चाहिए
अभियान में पौधों की छायादार और औषधीय प्रजातियों के चयन का आह्वान किया गया है। सजावटी और हेज पौधों का उपयोग नहीं किया जाएगा। निकायों को वृक्षारोपण की सुरक्षा के लिए समुचित व्यवस्था करने को भी कहा गया है। निश्चित अंतराल पर और आवश्यकतानुसार पानी देने के भी निर्देश हैं। एजेंसी से अपेक्षा की जाती है कि वह पौधों की निगरानी और रखरखाव में गैर-सरकारी संगठनों और आम नागरिकों से सहयोग लेगी।
किस विभाग की क्या होगी जिम्मेदारी?
वृक्षारोपण का कार्य वन, उद्यानिकी एवं नगर निगम की अपनी उद्यानिकी शाखा के तकनीकी मार्गदर्शन में किया जायेगा। अभियान में स्मृति वन, नक्षत्र वन, संस्कृति वन के विकास को प्रोत्साहित करने को कहा गया है। निकायों को जल उपचार संयंत्रों, सीवेज उपचार संयंत्रों और वैज्ञानिक लैंडफिल परिसरों में अनिवार्य रूप से वृक्षारोपण कार्य करने के लिए कहा गया है। साथ ही इस अभियान में जन अभियान परिषद, स्वयंसेवी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, एनएसएस, एससीसी और स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थियों को भी जोड़ने के निर्देश दिये गये हैं.
वर्तमान में शहरी निकायों में अमृत 2.0 योजना के तहत हरित क्षेत्रों का विकास प्रचलित है। वृक्षारोपण अभियान हेतु वित्तीय व्यवस्था अमृत 2.0 योजना के तहत उपलब्ध धनराशि, नगर निकायों में उपलब्ध स्वयं के संसाधनों तथा जन सहयोग से की जायेगी। इसके अलावा नगर निकायों द्वारा हर वर्ष वार्षिक वृक्षारोपण किया जाता है।