सिंगरौली: कलेक्टर की जनसुनवाई में एक बुजुर्ग महिला पहुंची और अपना दर्द सुनाने लगी. इस दौरान बुजुर्ग महिला ने बताया कि मेरे दो बेटे हैं. लेकिन इसने मुझे बेघर कर दिया है. बेटियां यहां आकर किसी तरह रहती हैं बैढ़न ब्लॉक के ग्राम नौगाई निवासी बिरहुलिया शाह उनके पति हैं। करीब 90 साल के सूरजलाल साहू एक बार फिर कलेक्टोरेट पहुंचे और अपना दुखड़ा सुनाया कि उनके दोनों बेटों राममनोहर और रामबाबू को कुल जमीन का आधा-आधा हिस्सा दिया गया है.
मेरा नाम कुछ भी नहीं है. दोनों बेटों ने मुझे बेघर कर दिया है. जिससे रहना और खाना मुश्किल हो गया है. मैं यहां अपनी बेटियों को अलग-अलग दिन खाना खिलाती रही हूं।’ वहीं महिला ने बताया कि वह इसके पहले भी जनसुनवाई में आवेदन दे चुकी है. पीड़ित बुजुर्ग महिला ने न्याय की गुहार लगाई है.
चाय के नाम पर 1 हजार रुपये दिये गये
राजस्व वृत्त खुटार के ग्राम परसदेही निवासी सीताराम शाह पिता दादू शाह उम्र 70 वर्ष ने जनसुनवाई में बताया कि लगभग पांच माह पूर्व उसने अपना नाम बीपीएल सूची में जोड़ने के लिए खुटार वृत्त नायब तहसीलदार कार्यालय में आवेदन दिया था। जहां बीपीएल सूची में नाम नहीं जोड़ा गया है. नाम जोड़ने के एवज में मोटी रकम की मांग की जाती है. चाय पीने के नाम पर एक हजार रुपये ले लिये गये. इसके बाद भारी रकम की मांग की जा रही है. बीपीएल में नाम नहीं होने के कारण वृद्धा पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है. यहां के राजस्व अधिकारी की भूमिका संदिग्ध है.