Singrauli news: सिंगरौली में सूने मकान का ताला तोड़कर 4 लाख रुपए नकदी व 70 लाख के जेवर पार
सिंगरौली. बेखौफ बदमाशों ने गुरुवार रात शहर में चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। कोतवाली थाना क्षेत्र के बिलौंजी स्थित सूने मकान में धावा बोलकर चोरों ने चार लाख रुपए नकदी सहित 70 लाख रुपए के जेवर पार कर दिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी है। हालांकि एफआइआर में सिर्फ 80 हजार रुपए नकदी चोरी होने का उल्लेख पुलिस ने किया है, जिसे लेकर पीड़ित ने आक्रोश जताया।
सीधी जिले की रचना सिंह वैढऩ शहर के वार्ड 42 के बिलौंजी में रहती हैं। उनके पति अमित सिंह चौहान कुवैत में पेट्रोलियम कंपनी में वरिष्ठ पद पर कार्यरत हैं। गुरुवार रात को रचना घर के समीप स्थित पचखोरा मायके चली गई थीं और सास-ससुर चार दिन पहले बड़ोदरा चले गए थे। इस दौरान बिलौंजी स्थित सूने मकान में ताला बंद था। गुरुवार रात मेन गेट का ताला तोडकऱ बदमाश घर के अंदर घुसे और आलमारी में रखे चार लाख रुपए नकदी सहित एक सोने व एक डायमंड का मंगलसूत्र, दो सोने की चेन, एक सोने का सिंगल लॉकेट, एक काले मोती सोने का लॉकेट, चांदी की कटोरी, चमच, गिलास, एक-एक सोने का छोटा कंगन, दो सोने का हार, मटरमाला, सोने का बैरवा, दो डायमंड की अंगूठी, छह सोने की अंगूठी, एक नवरत्न का लॉकेट व अंगूठी व कॉन के टॉप्स सहित 70 लाख से ज्यादा के जेवर ले गए। पड़ोसियों ने घर के गेट का ताला टूटा देखकर सूचना दी। रचना मौके पर पहुंची तो सामान बिखरा देखकर अवाक रह गईं। वारदात की सूचना पर पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। फरियादी रचना सिंह ने लिखित में शिकायत चार लाख रुपए नकदी और लगभग 70 लाख से ज्यादा के जेवर चोरी होने की जानकारी पुलिस को दी है। वहीं पुलिस ने एफआइआर में सिर्फ 80 हजार रुपए चोरी होना दर्ज किया है। ्नकोतवाली थाना प्रभारी अशोक सिंह परिहार ने कहा कि एफआइआर में फरियादी के बताए अनुसार उल्लेख किया गया है। फिर से उनका बयान लिया जाएगा। जो भी बात सामने आएगी। पुलिस उसके अनुसार आगे की कार्रवाई करते हुए आरोपियों की तलाश करेगी
पुलिस गश्त पर उठ रहे सवाल
शहर में लगातार हो रही चोरी के वारदातों के चलते पुलिस के नाइट गश्त पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिले में चोरी की घटनाओं का सुराग लगाने एसआइटी भी गठित है लेकिन हकीकत यह है कि एसआइटी का कार्य केवल कागज तक सीमित है। कोतवाली क्षेत्र में पिछले दो दिन में दो चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। वहीं चोरी की घटनाओं में हुए सामानों की चोरी को कम लिखकर छोटी-मोटी चोरियां बताने की कोशिश में पुलिस जुटी है।