Singrauli news: तत्कालीन सीएमओ व अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप मचा हड़कंप
सिंगरौली. नगर परिषद बरगवां में दो पार्षद व पीआइसी के सदस्यों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत कर जांच कराने की मांग की है। बताया है कि नगर परिषद के तत्कालीन सीएमओ एवं अध्यक्ष ने वित्तीय वर्ष 2022-23 व 2023-24 में फर्जी हस्ताक्षर कर सडक़, नाली व स्ट्रीट लाइट सहित अन्य सामग्रियों के नाम पर करोड़ों का घोटाला किया है। इसकी जांच कराई जाए तो करतूतें उजागर हो जाएंगी। नगर परिषद वार्ड दो की पार्षद अर्चना बियार ने गुरुवार को कलेक्टर से शिकायत कर बताया कि चार जनवरी, 14 मार्च व चार अप्रेल 2024 को नगर परिषद में हुई बैठक में अनुपस्थित थी लेकिन अध्यक्ष व तत्कालीन सीएमओ यशवंत वर्मा ने फर्जी हस्ताक्षर करके कई मदों से करोड़ों रुपए की राशि आहरित किया है। इसी प्रकार वार्ड 12 की पार्षद अनारकली बियार का भी फर्जी हस्ताक्षर कर अध्यक्ष व सीएमओ नेे राशि आहरित कर लिया है। बताया गया है कि उक्त वित्तीय वर्ष में परिषद में सडक़, नाली व स्ट्रीट लाइट सहित अन्य सामग्रियों के नाम पर किए गए खर्च व जमीनी हकीकत की जांच कराई जाए तो बड़े घोटाले का पर्दाफाश होगा
पार्षदों को नहीं दी जा रही जानकारी
नगर परिषद के तत्कालीन सीएमओ व अध्यक्ष की ओर से वित्तीय वर्ष में खर्च राशि का ब्यौरा मांगा जा रहा है लेकिन जानकारी देने में आनाकानी की जा रही है। पार्षदों ने कहा, पीआइसी के सदस्यों का फर्जी हस्ताक्षर कर राशि का आहरण करना अपराध की श्रेणी में आता है। तत्कालीन सीएमओ और अध्यक्ष का यह रवैया देखकर साबित होता है कि शासकीय राशि का दुरुपयोग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है।
पार्षदों ने बताया कि स्ट्रीट लाइट सहित नाली व सडक़ के नाम पर राशि आहरित की गई है लेकिन नगर परिषद क्षेत्र के वार्डों की जमीनी हकीकत देखने पर पता चलता है कि कई मद से इतनी बड़ी रकम खर्च होने के बावजूद वार्डों का विकास शून्य है। एक ओर जहां फर्जी हस्ताक्षर कर राशि आहरण किया वहीं दूसरी ओर उक्त राशि का नगर परिषद क्षेत्र में विकास नहीं किया गया। बल्कि स्वहित में खर्च कर राशि में बंदरबांट की गई है।
अभी हमारे पास शिकायत संबंधी कोई पत्र नहीं आया है। जानकारी मिलने के बाद ही कुछ बता पाएंगे। यह संज्ञान में है कि पार्षदों ने इस संबंध में शिकायत की है।
सुरेन्द्र सिंह, सीएमओ नगर परिषद बरगवां।