Singrauli news: हैवी ब्लास्टिंग से दो मंजिला मकान हुआ जमींदोज, NCL कंपनी की मनमानिक ,कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन
सिंगरौली. एनसीएल के निगाही परियोजना द्वारा खदान विस्तार के लिए ग्राम मुहेर की जमीक के किए जा रहे अधिग्रहण में लापरवाही सामने आई है। हैवी ब्लॉस्टिंग की वजह से ग्राम मुहेर में एक दो मंजिला मकान जमींदोज हो गया। पीड़ित ने मकान की क्षतिपूर्ति के लिए मौका मुआयना करने महाप्रबंधक व कलेक्टर को आवेदन दिए ढाई माह बीत गया। जिमेदारों ने गिरे मकान का न तो मौका मुआयना किया और ना ही क्षतिपूर्ति स्वीकृति की गई।
पीड़ित सुग्रीव प्रसाद ने बताया , ग्राम मुहेर के आराजी नंबर 1264/2 में उनका मकान मौजूद रहा है। निगाही परियोजना द्वारा खदान के विस्तार के लिए ग्राम मुहेर की भूमि के अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही है। उनका आरोप है कि भू अधिग्रहण के कार्य में लगी टीम ने आराजी नंबर 1264/2 व उसमें मौजूद मकान की नापी यह कहकर नहीं किया था कि यह नंबर व इसमें मौजूद मकान अधिग्रहित भूमि के बार्डर पर स्थित है। जिस वजह से इसके नापी की प्रक्रिया परियोजना द्वारा फाइनल सीमा निर्धारण के दौरान की जाएगी। सीमा निर्धारण के संबंध में निगाही परियोजना ने जानकारी प्रकाशित कराया गया था कि जिनकी भूमि व मकान बार्डर पर मौजूद है उन आराजी नंबरों के भू-मालिक अतिशीघ्र नापी व अन्य अधिग्रहण कार्रवाई की प्रक्रिया के लिए निगाही महाप्रबंधक कार्यालय में रजिस्ट्री सहित जरुरी समस्त दस्तावेज जमा करें। सूचना के बाद उन्होंने 22 नवंबर 2023 को आराजी नंबर 1264/2 का समस्त रिकॉर्ड निगाही परियोजना में जमा कर दिया ,लेकिन निगाही परियोजना के भू अर्जन विभाग की लापरवाही से उक्त मकान व जमीन के नापी की कार्रवाई पूरी नहीं की गई।
जमींदोज मकान की नहीं दी क्षतिपूर्ति
दस्तावेज जमा करने के दस माह बाद माइनिंग विभाग की हैवी ब्लास्टिंग की जद में आकर बिना नापी मूल्यांकन हुए दो मंजिला मकान गिर गया। जमीन व मकान का मुआवजा तो दूर ब्लास्टिंग में जमींदोज मकान की क्षतिपूर्ति भी नसीब नही हुई।