कोलकाता. आरजी कर रेप-मर्डर मामले में सीबीआइ को अब तक जो सबूत हाथ लगे हैं उससे पता चलता है कि गिरफ्तार संजय रॉय ही गुनहगार है। पीड़िता के प्राइवेट पार्ट से मिले सीमन और आरोपी संजय का डीएनए मैच कर गया है। सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, 151 ग्राम चिपचिपा पदार्थ मिलने को लेकर गलत सूचना फैलाई गई है। सीबीआइ को कई दिनों तक अस्पताल का दौरा करने और थ्री-डी मैपिंग के बाद ऐसा लगा कि साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ हुई है पर ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण किसी अन्य को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सोमवार को सुनवाई करेगा।
सीबीआइ इस मामले में जल्दी आरोप-पत्र पेश करेगी। सौ से ज्यादा लोगों से पूछताछ, 10-11 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट, पुलिस की ओर से जब्त किए घटनास्थल से 50 से अधिक साक्ष्य के नमूने, पीड़िता व आरोपी की एफएसएल रिपोर्ट, डीएनए रिपोर्ट, अस्पताल के सीसीटीवी कैमरा के फुटेज, कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के कुछ इलाकों के सीसीटीवी फुटेज, अस्पताल के कुछ नर्स, जूनियर डॉक्टर के बयान आदि के आधार पर यह आरोप पत्र तैयार किया जा रहा है।
खाने की जांच रिपोर्ट नहीं मिली
सीबीआइ को पता चला है कि घटना वाली रात को पीड़िता डॉक्टर ने सेमिनार हाल के सामने वाले कमरे में डॉक्टर मित्रों के साथ चिकन भरता व रूमाली रोटी खाई थी। सीबीआइ को खाने की जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। इसलिए पता नहीं चल सका कि खाने में कुछ मिलाया गया था या नहीं।