14 सालों से एक हाथ उठा कर रह रहे हैं राधे पुरी बाबा की साधना और हठ योग देख हर कोई हैरान।
प्रयागराज। बीते 13 जनवरी 2025 से विश्व के सबसे बड़े धार्मिक महाकुंभ मेले का आयोजन होने जा रहा है महाकुंभ के लिए कई नामी गिरामी साधु संतों बाबाओं का प्रयागराज में आगमन शुरू हो गया है, और सभी साधु-संत अपने-अपने आखाड़े में पहुंचने लगे हैं। यहां सबसे पहले जूना अखाड़े ने छावनी प्रवेश आरंभ किया है, जहां पहुंच रहे साधु संत अपने अपने-तंबू में ठिकाना बनाना शुरू कर दिया है महाकुंभ में कई तरह के अनोखे साधु संतों का भी आगमन हो रहा है ऐसे साधु संतों की साधना और हठ योग किसी अजूबे से कम नहीं होता ऐसे ही एक बाबा हैं,जिन्होंने अपना हाथ लगभग 14 वर्षों से उठा कर रह रहे हैं बाबा का हठ योग मानव समाज और विश्व कल्याण के लिए बताया जा रहा है इसके अलावा भी जूना अखाड़े में कई अजब-गजब बाबा पहुंच रहे हैं लेकिन इनमें से एक राधे पुरी बाबा हैं जो मध्य प्रदेश के उज्जैन के रहने वाले हैं बताया जाता है कि इन्होंने वर्ष 2011 से विश्व के कल्याण के लिए एक तप रखा है उनका तप देख दंग रह जाता है,क्योंकि बाबा ने 14 साल से अपना हाथ उठा कर रखा है बाबा का यह हठ योग आकर्षण का केंद्र बना हुआ है
बताया जाता है कि राधे पुरी बाबा अपने दाहिने हाथ को हमेशा उठा कर रखते हैं, जिससे उनका हाथ पूरी तरीके सुन्न पड़ गया है, हाथों की उंगलियों के नाखून काफी बड़े हो गए हैं कई बार ये नाखून अपने आप ही टूट कर गिर जाते हैं राधे पुरी बाबा के हाथों को देख कर उनके दृढ़ संकल्प का पता चलता है हठ तपस्या से बाबा ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है।
बता दें कि गंगा की धरा पर विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से होगी।महाकुंभ में अलग-अलग अखाड़े होते हैं और हर अखाड़े में तरह-तरह के साधु संत आते हैं।इनको देखने के लिए श्रद्धालु उनके अखाड़े में पहुंचते हैं।अजब- गजब साधुओं में राधे पुरी बाबा भी शामिल हैं,जो लंबे समय से हठ योग करते आ रहे हैं, लेकिन हर तप में इनकी एक ही मनोकामना होती है,जिसमें विश्व का कल्याण हो।