MLA विधायक की पुरानी अश्लील वीडियो हुई वायरल विधायक ने वाइरल वीडियो को बताया झूठी।
सोशल मीडिया में एक सप्ताह से कांग्रेस के पूर्व विधायक मेवाराम जैन की कथित अश्लील वीडियो वाइरल हो रही है राजस्थान से वाइरल हुई इस वीडियो को पूर्व विधायक जैन ने झूठा बताया है वाइरल वीडियो के बाद से इस समय पूर्व विधायक मेवाराम जैन सुर्खियों में आ गए हैं और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जैन को लेकर काफी चर्चे भी हो रहे हैं तो वहीं यह वीडियो काफी पुराना बताया जा रहा है सोशल मीडिया में चल रही खबरों की माने तो
अश्लील सेक्सकांड का जिन्न अब सीडी से बाहर आया है भले ही इसे झूठा करार दिया जा रहा हो लेकिन वायरल वीडियो में काफी कुछ साफ साफ दिखाई दे रहा है। वायरल वीडियो से यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि वीडियो को बनाने के पीछे वीडियो बनाने वाले का क्या मकसद रहा होगा।
यह है मामला
वाइरल हो रही अश्लील वीडियो पांच साल पुरानी बताई जा रही है लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कुछ स्क्रीनशॉट्स सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे स्क्रीनशॉट्स में मेवाराम जैन का चेहरा नजर आ रहा था। उन दिनों मेवाराम जैन ने कहा कि राजनैतिक विरोधी उनका राजनैतिक भविष्य खराब करने के इरादे से करने के लिए ऐसा स्क्रीनशॉट्स वायरल कर रहे हैं जो झूठा और फर्जी है अब वीडियो सामने आने के बाद जो कहानी सामने आई है उसके अनुसार नवंबर 2022 में बाड़मेर के कोतवाली थाने में रामस्वरूप आचार्य नामक व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया था कि करीब पांच साल पहले जोधपुर निवासी एक महिला से उसकी मुलाकात हुई महिला उसे अपने घर ले गई जहां एक 22-23 वर्षीय युवती भी थी, जिसे महिला ने अपनी सहेली बताया रामस्वरूप ने आरोप लगाया है कि महिला और उसकी एक सहेली ने नशीली कोल्ड ड्रिंक पिला दी थी उसके बाद उसे शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था महिला द्वारा छुपकर उसका अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर लिया गया है था उस वीडियो के जरिए ब्लैकमेल करके हुए 1 करोड़ रुपए मांगे जा रहे हैं।
एक करोड़ से पांच करोड़ रुपए पहुंची ब्लैकमेलिंग की राशि
फरियादी रामस्वरूप के मुताबिक शैलेंद्र अरोड़ा नाम का एक व्यक्ति उससे मिलने आया था उसने अपने मोबाइल में अश्लील वीडियो दिखाई और कहा कि 1 करोड़ रुपए नहीं दिए तो इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा साथ ही दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज देंगे। पीड़ित के मुताबिक वह काफी डर गया। बाद में 50 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था जिसके बाद शैलेंद्र अरोड़ा और उन महिलाओं को जोधपुर में प्रवीण कुमार और सुरतान सिंह नामक व्यक्तियों की मौजूदगी में 50 लाख रुपए दे दिए गए थे और वीडियो डिलीट करने की बात कही गई थी इसके बाद राजीनामा होने के कुछ महीनों बाद फिर से ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो गया अब दयाल नाम के व्यक्ति ने रामस्वरूप से 5 करोड़ रुपए मांगे थे और यह कहा था कि 5 करोड नहीं दोगे तो वीडियो वायरल कर देंगे इसी मामले में कांग्रेस नेता विधायक मेवाराम जैन का नाम भी सामने आया है। कहा जा रहा है कि रामस्वरूप के ब्लैकमेल करने वाले गिरोह ने ही मेवाराम को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था और रामस्वरूप द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट पर बाड़मेर कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो महिलाओं सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था उपरोक्त लेख सोशल मीडिया में चल रही खबरों पर आधारित है।