Silver : सोने और चांदी के रेट दिन-ब-दिन सातवें आसमान पर चढ़ रहे हैं। जहां एक ओर ये आम आदमी की खरीदारी से दूर हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर निवेशकों को भी मालामाल कर रहे हैं. सोना और चांदी निवेशकों की पहली पसंद बने हुए हैं। ज्यादातर लोगों की नजर सोने की बढ़ती कीमतों पर बनी हुई है. लेकिन हाल ही में चांदी ने रिटर्न के मामले में सोने को भी पीछे छोड़ दिया है। चांदी की बढ़ती मांग के कारण कीमतों में अच्छा उछाल देखने को मिल रहा है। चांदी को केवल आभूषणों के लिए ही नहीं, बल्कि एक औद्योगिक धातु के रूप में भी विकसित किया गया है–
6 महीने में चांदी में 30 फीसदी का उछाल
चांदी ने इस साल निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिया है। साल 2024 में कॉमेक्स पर चांदी का भाव करीब 30 फीसदी उछल गया है। एमसीएक्स पर चांदी भी अपने ऑल टाइम हाई रेट 95,950 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही है. दुनियाभर में ईवी और हाइब्रिड कारों की बढ़ती मांग और सौर ऊर्जा पर बढ़ते फोकस से भी चांदी को बड़ा सपोर्ट मिला है। भारत सरकार भी सौर ऊर्जा पर अपना फोकस बढ़ा रही है। इसके चलते सोलर पैनल की मांग काफी बढ़ रही है. माना जा रहा है कि इस साल चांदी की औद्योगिक मांग 10 फीसदी तक बढ़ सकती है |
इससे निवेश बढ़ सकता है
आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में 40 प्रतिशत चांदी का इस्तेमाल गैर-औद्योगिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इस वर्ष उद्योग और गैर-उद्योग मांग में वृद्धि जारी रहेगी। अगर फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करता है तो चांदी में निवेश तेजी से बढ़ेगा। उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक भी अक्टूबर तिमाही तक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है |