Political news, जनता से जुड़े मंत्रालयों पर बीजेपी का कब्जा सहयोगियों को मिला झुनझुना: एड,शिव सिंह।
आरएसएस के इशारे पर भाजपा ने हमेशा सहयोगियों को किया खत्म।
रीवा । एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मध्य प्रदेश समाजवादी पार्टी के नेता शिव सिंह एडवोकेट ने कहा कि एनडीए के घटक दलों के आशीर्वाद से केंद्र में बनी तीसरी बार मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार से यह स्पष्ट हो चुका है कि भारतीय जनता पार्टी ने आरएसएस के इशारे पर हमेशा सहयोगियों को समाप्त करने का काम किया है देश की जनता से जो सीधे जुड़े मंत्रालय हैं उन पर भाजपा ने फिर से कब्जा कर लिया है एनडीए की सहयोगी पार्टियों को सिर्फ झुनझुना पकड़ाने का काम किया गया है भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर अपना प्रभाव बनाए रखने के लिए चार प्रमुख सीसीएस मंत्रालयों गृह रक्षा वित्त और विदेश मामलों पर अपना नियंत्रण बनाए रखने के लिए सारे बड़े पद अपने पास रख लिए हैं यहां तक की देश की जनता से सीधे जुड़े अन्य मंत्रालयों सड़क परिवहन स्वास्थ्य कृषि ग्रामीण विकास विदेश ऊर्जा एवं सहरी विकास विभाग भी अपने पास रखकर यह स्पष्ट कर दिया है कि एनडीए के घटक दलों का जल्द सफाया होगा।
श्री सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडु सहित अन्य पार्टी नेताओं को साल भर के अंदर वह दिन देखना पड़ सकता कि उनकी पार्टी एवं वह कहां थे ऐसा पूर्व में शरद पवार और उद्धव ठाकरे यह दर्द झेल चुके हैं कई वर्ष तक पर्दे के पीछे से भाजपा की मदद करने वाले नवीन पटनायक आज अपने राज्य से बेदख़ल हो चुके हैं न जाने किस अज्ञात दबाव में भाजपा से डरने वाली मायावती भारत की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी की हैसियत से शून्य पर पहुँच चुकी है कभी पंजाब में दबदबा रखने वाले भाजपा के लंबे समय से गठबंधन सहयोगी रहे अकाली दल आज एक सीट पर सिमट गई हैं भाजपा की सोहबत में रह कर कभी तमिलनाडु की बहुत बड़ी शक्ति होने वाली जयललिता की पार्टी आज मृतप्राय हो चुकी है हरियाणा में कुछ साल पहले नई शक्ति के तौर पर उभरी जजपा एक ही बार भाजपा के मोह में फंसकर राजनीतिक रसातल में पहुँच गई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ कश्मीर में सरकार चलाने वाली महबूबा मुफ़्ती की पार्टी का आज कुछ पता नहीं है और ख़ुद नीतीश कुमार बिहार की सबसे बड़ी शक्ति से घटकर विधानसभा चुनाव में तीसरे नंबर में पहुंच गए भाजपा से पुराने रिश्तों के कारण ही चंद्रबाबू नायडू एक ज़माने में आँध्र प्रदेश के सर्वोच्च नेता से घटते घटते ग़ायब हो गए थे और फिर क़िस्मत से वापस आए हैं ममता बनर्जी ने समय रहते भाजपा से अपना संबंध ख़त्म कर दिया था और वे आज भी शान से बंगाल की मुख्यमंत्री हैं अभी हाल ही में लोकसभा चुनाव पूर्व कर्नाटक के अंदर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की सेक्युलर पार्टी एनडीए में शामिल हुई जिनका भविष्य भी अब खतरे में दिखाई दे रहा है।