MP NEWS : रीवा संभाग में 209 गौशालाओं में हैं 31780 गौवंश
रीवा,: निराश्रित एवं बेसहारा गायों को आश्रय प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री गौ सेवा योजना के अंतर्गत गौशालाओं का निर्माण किया गया है। मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में गौशालाओं का निर्माण कराया गया है। इनका संचालन ग्राम पंचायतों और गैर सरकारी संगठनों द्वारा किया जा रहा है। रीवा संभाग में 209 संचालित गौशालाओं में 31 हजार 780 गौवंश को आश्रय दिया गया है।
प्रत्येक गौशाला में गायों के लिए चारा, चूरा, पानी, छाया एवं उपचार की व्यवस्था की गई है। इस संबंध में प्रभारी संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ. राजेश मिश्रा ने बताया कि मंडल में मनरेगा योजना के तहत बनी 184 गौशालाओं में 16 हजार 710 गायें हैं. गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित 25 गौशालाओं में 15 हजार 105 गायों को आश्रय दिया गया है। मनरेगा के तहत पूर्ण हो चुकी गौशालाओं के संचालन के लिए ग्राम पंचायत से अनुबंध कर गायों को रखने की व्यवस्था की जा रही है। इरा प्रथा के कारण फसलों के नुकसान के साथ-साथ पशुओं के कारण दुर्घटनाएं होने के भी मामले सामने आते हैं। इससे बचाव के लिए पशुपालकों को भी सलाह दी जा रही है कि वे अपने पशुओं को घर पर ही रखें।
संयुक्त संचालक ने बताया कि रीवा जिले में मनरेगा योजना के तहत निर्मित 95 गौशालाओं में 8 हजार 145 गायें तथा गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा संचालित चार गौशालाओं में 6 हजार 733 गायें हैं। सतना जिले में मनरेगा द्वारा संचालित 56 गौशालाओं में 4 हजार 816 गायें तथा गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा संचालित 16 गौशालाओं में 7 हजार 819 गायें हैं। सीधी जिले में मनरेगा द्वारा संचालित 19 गौशालाओं में एक हजार 988 गायें तथा गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा संचालित तीन गौशालाओं में 310 गायें हैं। सिंगरौली जिले में मनरेगा द्वारा संचालित 14 गौशालाओं में 1761 गायें और गैर सरकारी संगठनों द्वारा संचालित दो गौशालाओं में 243 गायें हैं।