Rewa news: स्वस्थ और समृद्ध रीवा के सपनो को साकार कर रही सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल : उप मुख्यमंत्री।

Rewa news:उपमुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शासन के दूरगामी विजन स्वस्थ्य रीवा समृद्ध रीवा के सपनो को साकार करता हुआ सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल!

 

 

 

 

 

 

 

वर्ष 2024 के अन्तिम माह में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के हृदय रोग विभाग ने लगया उपलब्धियों का अम्बार

रीवा .जिले में संचालित सुपर स्पेषलिटी चिकित्सालय में विंध्य प्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में विभिन्न मरीजों की डॉ. एस.के त्रिपाठी द्वारा लगभग सभी प्रकार की जटिलतम एजिंयोप्लास्टी जिनमें मुख्यतः- लेफ्टमेन बाईफर्केषन एजिंयोप्लास्टी, सी.टी.ओ. एजिंयोप्लास्टी एवं रेस्क्यु एजिंयोप्लास्टी जैसे प्रोसीजरों को सफलतापूर्वक संपादित किया गया। इसके साथ ही सुपर स्पेषलिटी चिकित्सालय का कार्डियोलॉजी विभाग एक ही दिवस में लगभग 17 एजिंयोप्लास्टी करने वाला प्रथम शासकीय चिकित्सकीय संस्थान बन गया है। इसी अनुक्रम में डॉ. त्रिपाठी द्वारा कार्डियोलॉजी विभाग में विष्वस्तरीय सी.आर.टी.डी प्रोसीजर को वर्तमान माह में ही सफलतापूर्वक संपादित किया गया है। चुंकि बढ़ते ठण्ड के मौसम के चलते विगत कुछ दिवसों में हार्टअटैक एवं हार्टब्लॉकेज के मरीजों का तांता लगा हुआ है, इनमें से कई मरीज हृदय की जटिल बीमारी से ग्रसित है, जिनका उपचार केवल बडे़ कार्डियोलॉजी संस्थान में ही संभव हो सकता है। हमारे उपमुख्यमंत्री एवं मंत्री चिकित्सा शिक्षा तथा लोक स्वास्थ्य, मध्य प्रदेश श्री राजेन्द्र शुक्ल जी के प्रयासों के कारण सुपर स्पेषलिटी चिकित्सालय में विश्वस्तरीय कैथलैब आई.वी.यू.एस. एवं रोटाब्लेटर मषीनों के प्राप्त होने से जटिलतम प्रोसीजर भी संपादित करना संभव हो पाया है। शीघ्र ही बढ़ते हृदय रोगियों की संख्या के दृष्टिगत 01 अतिरिक्त कैथलैब मषीन कार्डियोलॉजी विभाग को प्राप्त होने से विंध्य के हृदयरोगियों को हृदय के प्रोसीजरों हेतु इंतजार नही करना पडे़गा।

 

 

 

 

 

उपरोक्त प्रोसीजरों को प्रदेश में संचालित प्राईवेट संस्थानों में काफी महंगे है तथा सामान्य जन कोे इन प्रोसीजरों का खर्चा व्यय करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। परन्तु शासन की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना द्वारा प्रोसीजर को चिकित्सालय में निषुल्कः तथा सफलतापूर्व संपन्न होने से कई मरीजों की हृदय संबधित बीमारियों को ठीक किया गया। उक्त प्रोसीजर को सफल बनाने में डॉ. सुनील अग्रवाल अधिष्ठता चिकित्सा महाविद्यालय, रीवा एवं डॉ. अक्षय श्रीवास्तव अधीक्षक सुपर स्पेषलिटी चिकित्सालय, रीवा का विषष सहयोग रहा। इन प्रोसीजरों को बिना टीम वर्क के कर पाना असम्भव था, इन नामुमकिन से लगने वाले प्रोसीजर को मुमकिन बनाने में हमारे कैथलैब टेक्नीशियन जय नारायण मिश्र, सत्यम, सुमन, मनीष, सुधांशु, फैजल, नर्सिंग स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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