महाकुंभ में बसंत पंचमी के दिन फिर एक बार भागदौड़ होने की आशंका, प्रशासन व्यवस्था हुई तेज, फिर उमड़ेगा जनसैलाब!
Mahakumbh News: बसंत पंचमी का स्नान(Basant Panchami bath) पर्व विशेष महत्व रखता है। महाकुंभ में बसंत पंचमी के दिन स्नान करना बहुत सौभाग्य की बात होती है कि आप अगर बसंत पंचमी के दिन स्नान करते हैं तो आपके शरीर के सभी पाप नष्ट हो सकते हैं मौनी अमावस्या के बसंत पंचमी के दिन पर श्रद्धालुओं का एक बार फिर जनसैलाव देखने को मिलेगा, योगी सरकार ने फिर प्रशासन व्यवस्था को तेज करने की कोशिश की है मौनी अमावस्या के दौरान हुई अभूतपूर्व भीड़ और भगदड़ से सबक लेते हुए शासन-प्रशासन ने अमृत स्नान को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए विशेष तैयारियां की हैं।
संगम नगरी प्रयागराज(Sangam Nagri Prayagraj) में एक बार फिर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। इस पर योगी सरकार ने शासन प्रशासन(Yogi government administration) की व्यवस्थाओं को और भी तेज कर दिया है जिससे श्रद्धालुओं को कोई भी दिक्कत या परेशानी ना हो जगह-जगह पर चिकित्सालय व नदियों की गंदगी साफ करने के लिए सफाई कर्मियों को बढ़ा दिया गया है जिससे श्रद्धालुओं को स्नान करने में कोई दिक्कत ना हो प्रशासन की व्यवस्थाओं को श्रद्धालु अपने ध्यान पूर्वक पालन करें भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए एनडीआरएफ, पीएसी और आरएएफ की तैनाती बढ़ा दी गई है। संगम क्षेत्र पर ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों(cctv cameras) से नजर रखी जा रही है। घाटों पर श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। प्रयागराज में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है, केवल अधिकृत वाहनों को ही जाने की अनुमति होगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिरिक्त बसें और रेलगाड़ियां चलाई जाएंगी। शहर में ट्रैफिक जाम(traffic jam) से बचने के लिए वन-वे ट्रैफिक(one-way traffic) व्यवस्था लागू की गई है। भीड़भाड़ को कम करने के लिए घाटों पर अतिरिक्त जेटी और अस्थायी पुलों का निर्माण किया गया है। चिकित्सा सुविधाओं के लिए मोबाइल चिकित्सा इकाइयां और एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। घाटों पर सफाई कार्य तेज कर दिया गया है तथा सफाईकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। प्रशासन श्रद्धालुओं से अपील करता है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और धैर्य बनाए रखें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक जानकारी पर ही विश्वास करें। भीड़भाड़ वाले इलाकों में संयम बरतें और बच्चों व बुजुर्गों पर विशेष ध्यान दें। प्रयागराज में बसंत पंचमी के अमृत स्नान को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा(Convenience and security) के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। अब सबकी निगाहें 2 फरवरी पर टिकी हैं जब आस्था का संगम एक बार फिर इतिहास रचेगा। बसंत पंचमी – 3 फरवरी 2025 माघ पूर्णिमा – 12 फरवरी 2025 महाशिवरात्रि – 26 फरवरी