Rewa news:चिकित्सको के द्वारा सम्मेलन में पेश किए गए 120 शोध!
रीवा. गायनी विभाग द्वारा रीवा में दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें देश भर के 500 के लगभग विशेषज्ञ शामिल हुए और कार्यक्रम में नई तकनीक के संबंध में जानकारियां दीं। 120 शोध कार्यक्रम में पेश किए गए और चिकित्सक नयी तकनीक से रूबरू हुए। छात्रों को भी चिकित्सकों के शोध के बारे में जानने का मौका मिला।
सम्मेलन में डा. सत्या खनी, डा. अर्चना बसोर, डा. कुमुद भागवत, डा. माधुरी, डा. एसपी सक्सेना, डा. कविता एन सिंह द्वारा आपरेशन के संबंध में जानकारियां दी गई। डॉ. दीप्तिा गुप्ता ने एमपोज युवा ऑपरेशन के बारे में बताया गया। डॉ. कुलदीप जैन दिल्ली, डॉ. पीके शाह मुम्बई, डा. मिलिंग शाह मुम्बई द्वारा तीन महत्वपूर्ण व्याख्यान कार्यक्रम में दिए गए। इनके साथ डा. प्रिया गणेश कुमार मुम्बई, डा. भारती महेश्वरी मेरठ, डा. अरुणा निगम दिल्ली, डा. आराधाना सिंह, डा.ङ सचिंता दुबे, डा. एमसी पटेल, डा. मिलेन्द्र शर्मा, डा. आशा जैन, डा. शालिनी अग्रवाल, डा. अल्का दुबे, डा. सोमेन भट्टाचार्य, डा. संकल्प सिंह डा. अल्केश सोनी, डा. श्वेता कोल झा, डा. सबाना सुलतान, डा. रेखा बाधवानी, डा. अंजलि कुम्हारे, डा. वरुणा पाठक, डा. संध्या सुभास गड़े, डा. मुदिता जैन, डा. शशि खरे, डा. रुपलेखा चौहान, डा. अर्चना सिंह, डा. भारती साहू डा. श्रुति अग्रवाल सहित अन्य चिकित्सकों द्वारा शोध में हिस्सा लिया गया। चिकित्सकों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी।
ये निकले निष्कर्ष
1- महिलाओं को आखिरी तीन महीने में कम से कम चार बार स्त्री रोग विशेषज्ञ से जांच करवानी चाहिए।
2- जन्म से पहले महिलाओं का प्रसव रोकने का प्रयास करना ताकि शिशु मृत्यु दर कम किया जा सके।
3- मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए हाई रिक्सक महिलाओं की पहचान की जाये
4- महिलाओं में स्तन और बच्चेदानी के कैंसर की रोकथाम के लिए 9 से 15 वर्ष तक की बच्चियों को एचपीवी वैक्सिन लगवाने।