Rewa mp:नॉन के 110 करोड़ के घोटाले की जांच रिपोर्ट फाइलों में कैद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कार्रवाई की मांग!
रीवा. जिले में नागरिक आपूर्ति निगम एवं जिला विपणन कार्यालय के माध्यम से वर्ष 2019-20 और 2020-21 में धान व गेहूं परिवहन में भारी घोटाले का मामला सामने आया है। जिले में अनुमानित 110 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार सामने आने के बावजूद जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई बल्कि जांच रिपोर्ट को दबाया गया है।
जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुंवर सिंह पटेल एवं प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा सहित अन्य ने इस आशय का ज्ञापन संभागायुक्त को सौंपा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि इतने बड़े घोटाले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों और परिवहन ठेकेदारों की मिलीभगत से वास्तविक दूरी से कई गुना अधिक दूरी दर्शाकर भुगतान किया गया। ज्ञापन में उल्लेख किया कि जिले में 129 सहकारी समितियों से संबंधित गोदामों तक धान और गेहूं के परिवहन के लिए वास्तविक दूरी की तुलना में काफी अधिक दूरी दर्शाई गई है। नईगढ़ी से मऊगंज गोदाम की दूरी 90 किमी है, लेकिन 155 किमी दिखाकर भुगतान किया गया।
इसी तरह रीवा से अशोकनगर की दूरी 428 किमी है, जबकि 938 किमी दर्शाकर अनियमित भुगतान किया गया। इस तरह के सैकड़ों मामलों में ठेकेदारों को अनाधिकृत लाभ पहुंचाया गया। वर्ष 2021 में तत्कालीन कलेक्टर ने जांच कराई थी, जिसमें अनियमितता की पुष्टि की गई थी। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि मिलर्स को 3 करोड़ का अग्रिम भुगतान धान मिलिंग और परिवहन के लिए कर दिया गया, जबकि नियम स्पष्ट रूप से अग्रिम भुगतान की अनुमति नहीं देता। इसी तरह, परिवहन कर्ताओं को भी करीब 50 करोड़ एडवांस में दे दिए गए। कहा गया है कि इस पर कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस पार्टी जिले में बड़ा आंदोलन चलाएगी।