Bhopal news :11 साल पहले खरीदी दवा, भुगतान नहीं, कुर्क करने पहुंची टीम से बदसलूकी!
Bhopal news :11 साल पहले खरीदी दवा, भुगतान नहीं, कुर्क करने पहुंची टीम से बदसलूकी!
मप्र स्वास्थ्य संचालनालय में हंगामा
भोपाल. कोलकाता की कंपनी से 11 साल पहले कीटनाशक दवा खरीदकर 1.34 करोड़ रुपए देने में ना-नुकर कर रहे स्वास्थ्य संचालनालय में शुक्रवार को हंगामा मच गया। कोलकाता हाईकोर्ट और भोपाल जिला कोर्ट के एक्जीक्यूशन आदेश पर कोर्ट के कर्मचारी कुर्की करने संचालनालय पहुंचे। दफ्तर का सामान बाहर निकालना शुरू कर दिया। इस बीच एडिशनल डायरेक्टर वंदना खरे विरोध किया। हाईकोर्ट के वकील, कर्मचारी व मीडियाकर्मियों से भी धक्का-मुक्की की। इस बीच स्वास्थ्य संचालक मल्लिका निगम नागर ने कहा, यहां स्वास्थ्य निदेशक का कोई पद नहीं है। ऐसे में आप इस दफ्तर में कुर्की नहीं कर सकते। कंपनी के वकील पूर्णाशीष भुइया ने बताया, कोर्ट के आदेश पर कुर्की को टीम पहुंची। यहां अफसरों ने बदसलूकी की। इसे हम कोर्ट को बताएंगे।
ये है मामला
2013 में मप्र स्वास्थ्य संचालनालय ने कोलकाता की नेटापोल इंडस्ट्री इंसेक्टिसाइड कंपनी से 50.70 लाख रुपए की कीटनाशक दवा खरीदी। दवा का भुगतान नहीं किया। कंपनी कोलकाता हाईकोर्ट गई। कोर्ट ने कंपनी को ब्याज समेत 19.34 करोड़ रुपए भुगतान के आदेश दिए। इस आदेश को स्वास्थ्य विभाग ने नहीं माना तो कंपनी ने भोपाल जिला कोर्ट में एग्जीक्यूशन याचिका लगाई। कोर्ट ने कुर्की के आदेश दिए।
स्वास्थ्य विभाग सुप्रीम कोर्ट में भी हारा
एडवोकेट पूर्णाशीष भुइया ने बताया, स्वास्थ्य विभाग यह केस हार चुका है। सुप्रीम कोर्ट में भी डायरेक्टर हेल्थ हार गए। मप्र स्वास्थ्य संचालनालय के आयुक्त तरुण राठी का कहना है मामला कोर्ट में है कुछ कह नहीं सकते।स्वास्थ्य संचालनालय में एडिशनल डायरेक्टर वंदना खरे ने कुर्की करने पहुंची टीम को बाहर कर दिया।