Rewa news:कार्यपालन यंत्री आरईएस के खिलाफ शिकायत कर जांच की हुई मांग!

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Rewa news:कार्यपालन यंत्री आरईएस के खिलाफ शिकायत कर जांच की हुई मांग!

 

 

 

 

 

 

सेवा पुस्तिका, मूल निवासी आदि का मामला कैसे गायब हुई थी सेवा पुस्तिका

रीवा .ग्रामीण यंत्रिकी सेवा संभाग क्र. 2 में पदस्थ कार्यपालन यंत्री एसबी रावत के खिलाफ कूटरचित दस्तावेजों की जांच करवाने एक शिकायत संभागायुक्त रीवा को की गई है। इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि श्री रावत को गृह जिले में किन नियमों के तहत पदस्थ किया गया है जबकि उनका गृह ग्राम डोल पोस्ट मऊ सिरमौर जिला रीवा है। वहीं सेवा पुस्तिका में उनका नाम शत्रुभान रावत है एवं पिता का नाम रामशरण कोल है। लिहाजा जाति प्रमाण पत्र की भी जांच करवाये जाने की मांग की गई है।

 

 

 

 

मूल प्रति गायब होने के बाद तैयार हुई नवीन सेव पुस्तिका

आरोप है कि कार्यपालन यंत्री श्री रावत की सेवा पुस्तिका में भी गोलमाल किया गया। इस मामले में आरटीआई से जानकारी प्राप्त करने के बाद शिकायतकर्ता अनुपम पाण्डेय ने बताया है कि एसबी रावत की नवीन सेवा पुस्तिका 1997 में तैयार करवाई गई। जबकि मूल सेवा पुस्तिका गायब होना बताया गया। इस मामले में पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करवाया जाना बताया गया। किन्तु एफआईआर का परिणाम क्या रहा यह जानकारी स्पष्ट नहीं हो पाई। इसलिये मांग की गई कि सेवा पुस्तिका गुम होने के बाद हुई एफआईआर एवं नवीन सेवा पुस्तिका बनाये जाने की बीच कौन सी प्रक्रिया अपनाई गई इसकी जांच करवाई जाय। इस तरह के खेल में शामिल सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई है।

 

 

 

 

गृह जिले को लेकर भी गोलमाल

शिकायत में कहा गया कि मूल रूप से श्री रावत का गृह ग्राम डोल जिला रीवा है जबकि बताया यह भी जा रहा है कि शासन को गुमराह करने के लिये उन्होंने अपना गृह जिला मैहर बताया है जो हेराफेरी का परिचायक है। एक व्यक्ति दो जिलों का निवासी कैसे हो सकता है। यह भी संभव है कि श्री रावत ने अपने अभिलेख दो जिलों से तैयार करवाये हों। इसलिये उनसे संबंधित अभिलेखों की भी जांच की जानी चाहिये। इसलिये मांग की गई है कि श्री रावत से संबंधित सेवा पुस्तिका, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र एवं समस्त कूट रचित दस्तावेजों की जांच करवाई जाय।

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