Rewa news:छात्रों ने रात में घेरा कलेक्टर बंगला, सुबह छात्रावास पहुंचे जिम्मेदार।
छात्रों ने गिनाईं समस्याएं, जिला संयोजक ने दो सप्ताह का मांगा समय
समस्याओं का होगा समाधान
आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक कमलेश्वर सिंह ने निरीक्षण के बाद बताया कि छात्रों ने कई तरह की समस्याएं बताई हैं। प्रथम दृष्ट्या शिकायतें सही पाई गई हैं। पानी सप्लाई की समस्या है, नई टंकी का निर्माण कराने के बाद ही इस समस्या का समाधान होगा। सभी बिन्दुओं पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। आगामी दो सप्ताह के भीतर शासन से राशि मिलने की संभावना है, इस संबंध में छात्रों को अवगत कराया गया है। छात्र शासन के नियमों की जानकारी भी चाह रहे थे, इसलिए अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि छात्रावास की नियमावली से उन्हें अवगत कराएं।
रीवा. शहर में संचालित अनुसूचित जाति-जनजाति छात्रावासों में अव्यवस्था की शिकायत पर जांच करने गुरुवार को अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहां पर छात्रों ने समस्याओं की झड़ी लगा दी। इस पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि दो सप्ताह के भीतर शासन से राशि उपलब्ध होना है, मिलते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
इन छात्रावासों में रहने वाले छात्रों ने गत रात्रि कलेक्टर बंगले का घेराव किया था। वहां पर नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया था। इसी आश्वासन के बाद कलेक्टर के निर्देश पर आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक कमलेश्वर सिंह अधिकारियों के साथ झिरिया स्थित छात्रावासों का निरीक्षण करने पहुंचे।
समस्याएं ऐसी-ऐसी
छात्रों ने जानकारी दी कि बीते करीब दो सप्ताह से पानी नहीं आ रहा है। करीब दस वर्ष पहले पानी टंकी बनाई गई थी और अंडरग्राउंड पानी की सप्लाई होती है। उसकी नियमित सफाई नहीं होने की वजह से नलों से पानी नहीं आ रहा है। छात्रावास में रहने वाले छात्र सुधाकर साकेत ने बताया कि यहां पर केवल पानी की समस्या नहीं है, बल्कि कई वर्षों से चद्दर तकिया, रजाई आदि नहीं खरीदे गए हैं। इसकी वजह से ठंड में परेशानी हो रही है। कप्यूटर कक्ष, लाइब्रेरी भी नहीं है। भवन भी पुराना है जो जर्जर हालत में है। अन्य कई मांगों का ज्ञापन जिला संयोजक को भी सौंपा गया है। छात्रों ने कहा कि प्रशासन ने आश्वासन दिया है, इस कारण वह निर्धारित अवधि तक इंतजार करेंगे। इस दौरान यदि किसी तरह की व्यवस्था नहीं बनाई जाएगी तो फिर से सभी छात्र इसके लिए आंदोलन करेंगे।