MP news, बीती रात STF के उपनिरीक्षक को एक लाख रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त टीम ने पकड़ा।
MP news, बीती रात STF के उपनिरीक्षक को एक लाख रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त टीम ने पकड़ा।
जबलपुर। मध्य प्रदेश में आए दिन रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी लोकायुक्त द्वारा रंगे हाथों रिश्वत लेते धरे जा रहे हैं इसी कड़ी में बीती रात एसटीएफ के एक उप निरीक्षक को लोकायुक्त पुलिस जबलपुर द्वारा₹100000 रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है लोकायुक्त की यह कार्रवाई फरियादी जावेद अली नामक व्यक्ति की शिकायत पर की गई है। बताया गया है कि एसटीएफ में पदस्थ एसआई निसार अली द्वारा जावेद अली नामक व्यक्ति से एक लाख की रिश्वत मांगी गई थी। जिसकी शिकायत फरियादी द्वारा लोकायुक्त जबलपुर में की गई थी रिश्वतखोर अधिकारी द्वारा मांगी गई एक लाख रकम लेने के लिए दमोह नाका स्थित पेट्रोल पंप के पास बुलाया गया था जावेद अली द्वारा जब रिश्वत की रकम एसआई निसार अली को दी जा रही थी, तभी घात लगाए बैठे लोकायुक्त के अधिकारियों ने रिश्वतखोर अधिकारी को रंगे हाथों रिश्वत लेते धर दबोचा और आरोपी एएसआई को रेलवे स्टेशन स्थित सर्किट हाउस क्रमांक 2 पर ले जाया गया जहां आगे की कार्रवाई की गई है।
यह था मामला
मध्यप्रदेश की जबलपुर लोकायुक्त टीम ने बीती गुरुवार की रात बड़ी कार्यवाही करते हुए एसटीएफ में पदस्थ एएसआई को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है पकड़े गए रिश्वतखोर अधिकारी का नाम निसार अली है, जो एस टी एफ पुलिस में उप निरीक्षक पद पर कार्यरत है घटना को लेकर जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक गोहलपुर निवासी रहने वाले जावेद अली से बैंक लोन की जांच को रफा दफा करने के मामले में आरोपी ने रिश्वत मांगी थी। और रिश्वत लेने के लिए एसटीएफ उपनिरीक्षक निसार अली द्वारा जावेद अली को लगातार परेशान किया जा रहा था बीते सप्ताह फरियादी जावेद अली ने जबलपुर लोकायुक्त में मामले की शिकायत की थी शिकायत पर जबलपुर लोकायुक्त ने जांच पड़ताल की और आरोपी उप निरीक्षक को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
फर्जी दस्तावेज बनाकर फंसाने की दे रहा था धमकी।
लोकायुक्त पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जावेद अली फरियादी द्वारा शिकायत प्राप्त हुई थी कि आरोपीय अधिकारी द्वारा एक बैंक लोन के मामले में जांच पड़ताल की जा रही है और किसको रफा दफा करने के नाम से₹100000 रिश्वत मांगी जा रही है आरोपीय अधिकारी द्वारा यह भी धमकी दिया गया था कि अगर रिश्वत नहीं दोगे तो मामले में फंसा दिया जाएगा फरियादी जावेद अली ने बैंक से करीब 12 लाख रुपए का लोन लिया था और लोन को अपनी संपत्ति बेचकर चुकता कर दिया था वावजूद इसके आरोपी उप निरीक्षक निसार अली द्वारा कूटरचित दस्तावेज के आधार पर जावेद अली को परेशान किया जा रहा था।