रीवा

Rewa news, सीमेंट बालू पेवरब्लाक हार्वेस्टिंग सहित कई मदों की राशि डकार गए सरपंच सचिव।

Rewa news, सीमेंट बालू पेवरब्लाक हार्वेस्टिंग सहित कई मदों की राशि डकार गए सरपंच सचिव।

गुढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत जल्दर में सरपंच और सचिव ने किया जमकर भ्रष्टाचार।

निखिल पाठक
रीवा-गुढ़ । जिले में आए दिन भ्रष्टाचार देखने व सुनने को मिलता रहता है किंतु जनपद पंचायत रायपुर कर्चुलियान अंतर्गत ग्राम पंचायत जल्दर में सरपंच सचिव ने भ्रष्टाचार की ऐसी गाथा लिखी कि सुनकर होश उड़ जाएंगे। गांव के विकास के लिए स्वीकृत राशि को सरपंच सचिव बेझिझक हजम करके शासन-प्रशासन व ग्रामीणजनों की आंख में धूल झोंक रहे हैं। आपको बता दें कि ग्राम पंचायत जल्दर में अनेकों भ्रष्टाचार हुए हैं जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने अनेकों बार किया , ग्रामीणों ने मीडिया के माध्यम से शासन-प्रशासन से गुहार लगाई किंतु आजतक कोई कार्यवाही नहीं जिससे स्पष्ट नजर आता है कि उक्त भ्रष्टाचार उच्च-अधिकारियों की सहमति से हो रहा है। ग्राम पंचायत जल्दर में हाल ही में हुए कुछ भ्रष्टाचार इस प्रकार हैं।

कार्यालय मरम्मत के नाम पर राशि आहरित करके कर ली गई हजम।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत भवन की मरम्मत के लिए स्वीकृत राशि 50,000/- सरपंच सचिव ने आहरित करके पूरा हजम कर लिया लेकिन पंचायत भवन में मरम्मत कहीं नहीं हुई,ये बात पंचायत भवन खुद चीख-चीखकर बयां कर रहा है। वरिष्ठ अधिकारी इसकी जांच करें तो सच्चाई सामने आ जाएगी।

स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग के नाम पर राशि आहरित,काम का कहीं पता नहीं।

ग्राम पंचायत जल्दर में भ्रष्टाचारियों ने भ्रष्टाचार की सारी हदों को पार करके हुए शिक्षा के मंदिर तक को नहीं छोड़ा और 04 स्कूलों के लिए वाटर हार्वेस्टिंग निर्माण के लिए 30-30 हजार रूपए स्वीकृत राशि को भी आहरित करके हजम कर लिया। भ्रष्टाचारियों का मनोबल इतना बढ़ा कि देश के कर्णधार नन्हे-मुन्ने छात्रों के विद्यालय तक को शिकार बना डाला और वाटर हार्वेस्टिंग तक हजम कर गए।

शासकीय प्राथमिक पाठशाला में पेवरब्लाक पर हुआ घोटाला ।

ग्राम पंचायत जल्दर में संचालित शासकीय प्राथमिक पाठशाला में सरपंच सचिव ने पेवरब्लाक के लिए स्वीकृत राशि में से 65,000/- रूपए आहरित करके पूरा हजम करते हुए यह साबित कर दिया कि हम शासन-प्रशासन से नहीं डरते।

सरपंच पति ने पंचायत की आईडी में दर्ज करवाया है अपना मोबाइल नंबर।

सरकार द्वारा एक आदेश जारी किया गया है कि यदि महिला सरपंच है तो उसका पति ग्राम पंचायत के किसी कार्य में हस्तक्षेप नहीं करेगा और न ही संलिप्त रहेगा किंतु ग्राम पंचायत जल्दर की महिला सरपंच का पति शासन-प्रशासन के आदेशों को खुलेआम चुनौती दे रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत जल्दर की महिला सरपंच के पति पंचायत के सभी कार्यों में सक्रिय रहते हैं,महिला सरपंच की भूमिका शून्य है और न ही पंचायत के क्रियाकलापों की कोई जानकारी। सरपंच पति ने पंचायत की आईडी में अपना मोबाइल नंबर दर्ज करवाया है जो कि घोर अपराध की श्रेणी में आता है। उक्त बातें क्या जनपद सीईओ की जानकारी में नहीं है या जानबूझकर अनभिज्ञ बनें हैं ???

आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए लगभग 05 लाख रुपए हुए आहरित , निर्माण कार्य शून्य।

ग्राम पंचायत जल्दर के ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी भवन निर्माण को लेकर कई बार आवाज उठाई शिकायतें हुईं फिर भी आंगनबाड़ी भवन का निर्माण अभी तक नहीं हो पाया जबकि शासन के 04 लाख 82 हजार रूपयों का बंदरबांट हो गया। आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए स्वीकृत राशि 04 लाख 82 हजार रुपए सरपंच सचिव ने इतनी सरलता से हजम कर लिया लेकिन जांच नहीं हुई,आखिर क्यों ??? यह एक बड़ा सवाल है।

गौशाला का निर्माण हुए 01 वर्ष से ज्यादा बीत गए , गौशाला का नहीं हो रहा संचालन।

आपको बता दें कि ग्राम पंचायत जल्दर में गौशाला का निर्माण कार्य पूरा हुए एक वर्ष बीत चुका हैं लेकिन अभी तक गौशाला का संचालन नहीं हुआ जबकि आवारा मवेशियों से पूरा गांव त्रस्त व परेशान हैं।आवारा मवेशियों के कारण किसानों की फसलें चौपट हो रही है लेकिन ग्राम पंचायत जल्दर के सरपंच सचिव अपनी तानाशाही पर उतारू हैं और गौशाला का संचालन शुरू नहीं कर रहे हैं। उक्त हालात को देखते हुए एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि, गौशाला का निर्माण मवेशियों को रखने के लिए कराया गया है या प्रदर्शनी के लिए ? ग्राम पंचायत जल्दर में गौशाला का संचालन अभी तक नहीं हुआ क्या इस बात की जानकारी उच्च-अधिकारियों को नहीं है या जानबूझकर अनदेखा किया जा रहा है ???

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