Rewa news, नशे के तस्करों का रहनुमा बने पुलिस आरक्षक के कारण ख़तरे में देश भक्ति और जनसेवा।
Rewa news, नशे के तस्करों का रहनुमा बने पुलिस आरक्षक के कारण ख़तरे में देश भक्ति और जनसेवा।
आरक्षक और तस्करों के गहरे संबंधों के चलते मारपीट करने वाले शराब माफियाओं पर नहीं दर्ज हो रही Fir,
रीवा और मऊगंज जिले में इन दिनों शराब कारोबारियों की दादागिरी सर चढ़कर बोल रही है कहीं भी किसी के साथ भी शराब कारोबारियों के गुर्गे मारपीट की घटना को अंजाम बे खौफ होकर देते रहते हैं जहां मारपीट की घटनाएं शराब कारोबारियों से जुड़ी होती है वहां स्थानीय पुलिस का रवैया शराब कारोबारियों के बचाव पक्ष का दिखाई देने लगता है बीते माह गढ़ थाना क्षेत्र से ऐसी ही एक घटना सामने आई थी अब एक और मामला मऊगंज जिले के नईगढ़ी कंपोजिट शराब दुकान के लायसेंसी संचालक सत्येन्द्र साकेत उर्फ पिंटू साकेत सोनू कबाड़ी उर्फ सोनू साकेत के साथी जो नईगढ़ी थाना में पदस्थ आरक्षक सुजीत शर्मा हैं उनके द्वारा खूब यारी निभाई जा रही है शराब कारोबारियों और पुलिस कुर्मी की दोस्ती की आम लोगों में चर्चित है इसी दोस्ती के चलते नशा कारोबारियों द्वारा की गई मारपीट में नईगढ़ी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।
आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज नहीं कर रही पुलिस।
बताया गया है कि बिती रात नईगढ़ी शराब दुकान के संचालक सहित रीवा और मऊगंज जिले के कुख्यात गांजा और कोरेक्स के तस्करों द्वारा चंद्रमणि जायसवाल का अपहरण कर मारपीट की गई और दो किलोमीटर ले जाकर छोड़ दिया जिसकी शिकायत नईगढ़ी थाने में की गई थी,पिडित फरियादी के द्वारा लिखित शिकायत के बाबजूद भी थाना में पदस्थ आरक्षक सुजीत शर्मा के हस्तक्षेप और तस्करों से सांठगांठ होने के चलते आरोपियों के विरुद्ध नहीं दर्ज हुई एफआईआर आखिर क्या वजह है की नईगढ़ी पुलिस पीड़ित की शिकायत पर FIR दर्ज नही किया है पीड़ित फरियादी ने मारपीट करने वाले लोगों और आरक्षक के नजदीकी संबंधों का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि मारपीट करने वाले तस्करों के इशारे पर पुलिस आरक्षक काम करते हैं इस वजह से मामला नहीं दर्ज किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक तक पहुंचेगी शिकायत।
वही मिली जानकारी के अनुसार पिडित अब मऊगंज पुलिस अधीक्षक से आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाने पहुंच रहा है
थाना स्तर पर गंभीर अपराधों में पुलिस का ध्यान ना देना और शिकायतें पुलिस अधीक्षक तक फरियादी द्वारा किया जाना कहीं ना कहीं थाना पुलिस की नाकमी को दर्शाता है सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर कब तक पुलिस चोर का खेल चलता रहेगा क्या थाना स्तर की पुलिस शराब कारोबारी का कवच बनकर ऐसे ही काम करती रहेगी या फिर ऐसे मामलों में बड़े अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ही कार्यवाही की जाएगी।
शराब मामले में सुर्खियों में आ नईगढ़ी पुलिस!
पूर्व में नईगढ़ी थाने में पदस्थ रहे आरक्षक रहे मनीष पांडेय द्वारा भी इसी तरह कृत्य किये गये थे, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था और पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन ने कार्यवाही करते हुए आरक्षक मनीष पांडेय को नईगढ़ी थाना से पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया था, अब देखना यह है कि इस कर्तव्य विमुख आरक्षक पर पुलिस अधीक्षक क्या संज्ञान लेते हैं और पिडित को न्याय दिलाने में सफल होते हैं , या फिर सेमरिया विधायक अभय मिश्रा द्वारा पुलिस प्रशासन पर लगाए आरोप को ही जनता के बीच सही साबित होने देंगे।