Rewa news, चाकघाट पहुंचे सीएमएचओ रीवा, देखी सिविल अस्पताल की व्यवस्थाएं और दिए आवश्यक दिशा निर्देश।
Rewa news, चाकघाट पहुंचे सीएमएचओ रीवा, देखी सिविल अस्पताल की व्यवस्थाएं और दिए आवश्यक दिशा निर्देश।
विराट वसुंधरा/ ईशू केसरवानी
रीवा- जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चाकघाट में शनिवार सीएमएचओ संजीव शुक्ला द्वारा निरीक्षण किया गया है। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में व्यवस्थाएं देखने के साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। सीएमएचओ संजीव शुक्ला द्वारा बताया गया कि निरीक्षण के दौरान चिकित्सीय गुणवत्ता, स्टाफ की उपस्थिति-अनुपस्थिति, किचन, भंडार कक्ष, जांच सेवाएं, निर्माण नए परिसर सहित अन्य व्यवस्थाएं देखी है। इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जल्द ही सोनोग्राफी जांच की सुविधा उपलब्ध करवाएं जाने को लेकर आश्वासन दिया है। बता दे कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चाकघाट में दिल्ली एवं भोपाल से दो मूल्यांकन कर्ता आए हुए थे। इसी दौरान सीएमएचओ रीवा भी पहुंच कर व्यवस्थाओं देखी है। सीएमएचओ द्वारा ग्रामीण अंचल में अवैध रूप से उपलब्ध करवाए जा रहे चिकित्सीय सेवाओं, जांच केंद्र, मेडिकल स्टोर इत्यादि पर भी कार्यवाही का आश्वासन दिया है। उनका कहना है कि जनता जागरुक हो और शासकीय चिकित्सीय संस्थानों में बेहतर इलाज हेतु सुविधा उपलब्ध हैं।
अव्यवस्थाओं से कराया अवगत।
वैसे तो ग्रामीण अंचल में शासकीय सुविधाएं काफी लचर है। सीएमएचओ संजीव शुक्ला द्वारा जिन बेहतर सुविधाओं की बात कहीं जा रही है उसका खुलासा आए दिन होता रहता है। ऐसे में झोलाछाप डॉक्टरों से चिकित्सीय सेवाएं लेना मरीजों और परिजनों का मजबूरी बन जाता है। जहां मरीजों के जान से साथ खिलवाड़ हो जाता है। त्योंथर में सिविल अस्पताल से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लंबे समय से बड़ी अव्यवस्थाएं निर्मित है। जहां मरीज इधर-उधर भटकने को मजबूर रहते हैं। चिकित्सक सहित अन्य स्टाफ समय के अनुसार सेवाएं नहीं दे रहे हैं। समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चाकघाट को लेकर जानकारी दिया गया कि यहां डिलीवरी के साथ ही भर्ती होने वाले मरीजों को मेन्यू के अनुसार नाश्ता-भोजन समय पर नहीं मिलता है। इमरजेंसी के दौरान चिकित्सक उपलब्ध नहीं रहते हैं। पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध नहीं रहता है। एक्स-रे मशीन की सुविधा मुहैया नहीं कराया जा रहा है। साफ-सफाई सहित मुख्य गेट में प्रकाश व्यवस्था, मेडिकल वेस्ट का एकत्रीकरण और नष्टीकरण की कार्रवाई समुचित रूप से नहीं किया जाता है। अन्य व्यवस्थाओं से अवगत कराया है।
अधिकारियों के सामने व्यवस्थाएं दुरुस्त।
बता दे कि सीएमएचओ और मूल्यांकन कर्ता के आगमन को लेकर पूर्व से ही जानकारी अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक और स्टाफ को थी। ऐसे में वर्तमान व्यवस्थाओं को मेंटेन किया गया था परंतु मूल्यांकन कर्ता और सीएमएचओं द्वारा जो व्यवस्थाएं देखी गई हैं वह कुछ समय के लिए थी। यह भी कह सकते हैं कि यह व्यवस्थाएं दिखावा तक सीमित था। उक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नियमित रूप से व्यवस्थाएं दुरुस्त रहे इस पर अचौक निरीक्षण की आवश्यकता है।