rewa news: गढ़ कस्बे में बाउंड्रीवाल की दीवाल गिरने से चार मासूम बच्चो की मौत

बेटे की मौत और मां गंभीर रूप से घायल, एक मासूम का संजय गांधी में चल रहा उपचार

मौके पर पहुंचे कलेक्टर-एसपी, सांसद और विधायक ने बंधाया ढ़ाढस, मृतक के परिजन को दो-दो लाख की सहायता राशि, मुख्यमंत्री ने जताया शोक

 

रीवा, , रीवा जिले के गढ़ कस्बे में पुरानी आयुर्वेद अस्पताल के पीछे एक जर्जर बाउंड्री वाल गिर जाने से दर्जन भर मासूम स्कूली बच्चे चपेट में आ गये. कुछ मलवे में दब गये जिन्हे आनन-फानन स्थानीय लोगो एवं पुलिस के द्वारा बाहर निकाला गया. चार बच्चो की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक बच्ची और महिला को गंभीर हालत में गंगेव अस्पताल से संजय गांधी अस्पताल रीवा के लिये रेफर किया गया. इस हृदयविदारक हादसे की जानकारी लगते ही कलेक्टर प्रतिभा पाल, एसपी विवेक सिंह सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत बचाव कार्य शुरू किया गया. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी मृतक के परिजनों को 2 लाख की सहायता राशि प्रदान करने और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिये हैं.

 

 

जानकारी के मुताबिक निजी सन राइज पब्लिक स्कूल जो कि गढ़ में संचालित है और यहा नर्सरी से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चे पड़ते है. विद्यालय के संचालक संतोष सिंह तोमर है. दोपहर लगभग 3 बजे छुट्टी होने पर सभी बच्चे अपने घर जा रहे थे. स्कूल से कुछ दूरी पर एक सकरे मार्ग से जा रहे थे जहा की बाउंड्रीवाल की दीवाल अचानक गिर गई. जिसके चपेट में दर्जन भर बच्चे आ गये. कुछ को हल्की चोट आई और बच के निकल गये लेकिन ईट की दीवाल के मलवे में पांच बच्चे सहित एक महिला दब गई. सूचना मिलने पर सबसे पहले थाना प्रभारी विकास कपीस और बीएमओ देवव्रत पाण्डेय दलबल के साथ पहुंचे. उसके बाद नायब तहसीलदार मनगवां राजीव शुक्ला, सपना सिंह पहुंची. जिन्हे रेस्क्यू कर तत्काल निकाला गया. लेकिन चार मासूम बच्चो की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि एक बच्ची और महिला गंभीर रूप से घायल थी. जिन्हे उपचार के लिये गंगेव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया. जहा रक्षा गुप्ता पिता सुरेन्द्र गुप्ता 8 वर्ष की हालत गंभीर होने पर संजय गांधी अस्पताल रीवा रेफर किया गया. जहां घायल का उपचार किया जा रहा है. गढ़ मे हुए हादसे के बाद प्रशासन की मौजूदगी में टूटी बाउंड्रीवाल की दीवाल हटाई गई और जो मलवा पड़ा था उसे भी साफ किया गया. इसके अलावा एक जर्जर मकान पास में था उसे भी हटा दिया गया जो कि इस बरसात में कभी भी धराशाई हो सकता है.

हादसे में इनकी हुई मौत

स्कूल की छुट्टी होने के बाद सभी मासूम बच्चे अपने घर जा रहे थे तभी बाउंड्रीवाल गिर गई और उसकी चपेट में 8 बच्चे आ गये. जिसमें से चार की दर्दनाक मौत हो गई. मृतको में अंशिका गुप्ता पिता सुरेन्द्र गुप्ता 5 वर्ष, मान्या गुप्ता पिता वीरेन्द्र गुप्ता 7 वर्ष, सिद्धार्थ गुप्ता पिता वीरेन्द्र गुप्ता 5 वर्ष, अनुज प्रजापति पिता इन्द्रपाल प्रजापति 5 वर्ष शामिल है. जबकि रक्षा गुप्ता पिता सुरेन्द्र गुप्ता 8 वर्ष गंभीर रूप से घायल है. इसी के साथ रानी प्रजापति पत्नी इन्द्रपाल प्रजापति 27 वर्ष भी गंभीर रूप से घायल हुई है. सभी निवासी गढ़ के है, दोनो घायलो को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गंगेव भेजा गया. जहा से चिकित्सको ने संजय गांधी अस्पताल के लिये रेफर कर दिया.

एक ही परिवार के तीन बच्चो की मौत

गढ़ कस्बे में दिल को दहला देने वाले इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. हादसे की खबर जैसे ही गढ़ कस्बे में फैली मातम छा गया. गुप्ता परिवार के ऊपर बज्रपात हुआ, मां-पिता बच्चो के इंतजार में बैठे थे. लेकिन हादसे की खबर आई. एक ही परिवार के तीन बच्चो की मौत हुई है. वीरेन्द्र गुप्ता के बेटे सिद्धार्थ और बेटी मान्या गुप्ता की मौत हुई. जबकि सुरेन्द्र गुप्ता की बेटी अंशिका गुप्ता की मौके पर मौत हुई और रक्षा गुप्ता गंभीर रूप से घायल हुई. इस हादसे में 5 वर्षीय अनुज की मौत हो गई और माँ रानी प्रजापति गंगेव अस्पताल में भर्ती है. पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है, गुप्ता परिवार को बहुत बड़ा आघात पहुंचा है. ढ़ाढस बंधाने परिवार के लोग एवं अधिकारी पहुंचे.

चार फिट सकरे रास्ते से गुजर रहे थे बच्चे

यह हादसा जहा पर हुआ वह स्थल स्कूल से महज चंद कदम दूर पर था. मासूम बच्चो को यह नही मालूम था कि मौत उनका इंतजार कर रही है. स्कूल से छूटने के बाद बच्चे जिस रास्ते से गुजर रहे थे वह बेहद सकरा रास्ता था. चार से पांच फिट की चौड़ाई थी और उसी रास्ते से बच्चे गुजर रहे थे तभी ईट से बनी बाउंड्रीवाल की दीवाल धराशाई हो गई. यह बाउंड्रीवाल गढ़ के ही नरेश नामदेव की है. स्थानीय लोगो का आरोप है कि बाउंड्रीवाल में बहुत कमजोर मसाला लगा था और गुणवत्तापूर्ण दीवाल नही थी, जिसके कारण बारिश में ढ़ह गई और मासूम बच्चे चपेट में आ गये. अब सवाल यह उठता है कि इतने सकरे रास्ते से बच्चे स्कूल जाते थे इस पर कभी भी स्कूल प्रबंधन एवं स्थानीय प्रशासन ने ध्यान नही दिया.

हादसे के समय हो रही थी बूंदाबांदी

जिले में दो दिन से रूक-रूक कर बारिश हो रही है, शुक्रवार की शाम शहर सहित आसपास के क्षेत्रो में झमाझम बारिश हुई और शनिवार को दोपहर से बारिश हो रही थी. गढ़ में जिस समय यह हादसा हुआ उस समय भी बूंदाबांदी हो रही थी. हादसे के पूर्व गढ़ कस्बे में तेज बारिश हुई थी. लगातार बारिश जारी है जब रेस्क्यू किया जा रहा था उस समय भी बूंदाबांदी हो रही थी. प्रशासनिक अमला घटना स्थल को देखने पहुंचा, उस दौरान भी बारिश का दौर जारी रहा. सबसे पहले मौके पर पुलिस और मनगवां से तहसीलदार राजीव शुक्ला पहुंचे, उसके बाद कलेक्टर एवं एसपी पहुंचे.

अपराध दर्ज कर गिरफ्तारी की जाय: सांसद

गढ़ में हुए हृदयविदारक घटना को लेकर रीवा सांसद ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए अपनी संवेदनाएं प्रगट की. सूचना मिलने पर सांसद जनार्दन मिश्रा एवं विधायक मनगवां इंजी. नरेन्द्र प्रजापति मौके पर पहुंचे. सांसद ने घटना स्थल का जायजा लिया और अधिकारियों से चर्चा के बाद गंगेव अस्पताल पहुंचे. जहां घायलो को देखा और परिजनो को ढ़ाढ़स बंधाया. सांसद श्री मिश्र ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि जर्जर मकान और दीवाल थी तो उसे गिराने का काम ग्राम पंचायत का था. उन्होने कहा कि ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव एवं मकान मालिक के खिलाफ अपराध दर्ज होना चाहिये साथ ही गिरफ्तारी की जाय.

पूरे मामले की जांच की जायेगी: कलेक्टर

गढ़ में हुए हादसे को लेकर कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने बताया कि दीवाल की चपेट में आने से चार मासूम बच्चो की मौत हुई है और एक बच्ची घायल हुई है जिसे संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. साथ ही एक अभिभावक माता को भी उपचार के लिये भर्ती कराया गया है. जहां दोनो का उपचार किया जा रहा है. उन्होने बताया कि पूरे मामले की जांच की जायेगी, साथ ही स्कूल की भी जांच होगी. जांच के बाद ही अगली कार्यवाही की जायेगी.

दु:ख की घड़ी में सरकार परिजनों के साथ है: उप-मुख्यमंत्री

उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा के गढ़ में दीवार गिरने से चार मासूमों के काल कवलित होने की दु:खद घटना पर गहन शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि यह अत्यंत कष्टकारी एवं दुखद है. उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार सभी परिजनों के साथ है.. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी मृतक के परिजनों को 2 लाख की सहायता राशि प्रदान करने और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिये हैं. उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को यह असहनीय कष्ट सहन करने की क्षमता प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.

मुख्यमंत्री ने बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया

मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की

रीवा जिले के गढ़ कस्बे में एक निजी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की स्कूल के समीप दीवार गिरने से दबने की दुर्घटना में आठ बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. इनमें से चार बच्चों की दुखद मौत हो गई है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दीवार गिरने की दुर्घटना में मृत बच्चों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि ईश्वर दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करे. दुर्घटना में घायलों को शीघ्र स्वस्थ करे. जिन परिवारों ने अपने मासूम बच्चों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं.

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