Rewa newa, अवैध गर्भपात कराने के दौरान युवती की मौत, 6 गिरफ्तार, निजी क्लीनिक का नाम छुपाने लग रहा आरोप।
Rewa newa, अवैध गर्भपात कराने के दौरान युवती की मौत, 6 गिरफ्तार, निजी क्लीनिक का नाम छुपाने लग रहा आरोप।
रीवा जिले के समान थाना क्षेत्र में एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने से हड़कंप मच गया है घटना की जानकारी पुलिस को हुई तो पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आया कि अवैध प्रेम संबंध के चलते लड़की गर्भवती हुई थी लोकलाज के डर से लड़की और लड़के दोनों पक्ष के लोगों की राजा मंदी के बाद चोरी छुपे गर्भपात कराया जा रहा था गर्भपात कराने के दौरान हुई जटिलताओं के कारण लड़की की हालत खराब हुई और अस्पताल में उपचार के दौरान युवती की मौत हो गई, इस घटना को लेकर पुलिस ने युवती के प्रेमी सुजल चौधरी सहित उसके परिवार के सदस्यों और गर्भपात कराने वाली महिला रेनू सिंह परिहार आशा कार्यकर्ता 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, माना जा रहा है कि गर्भपात कराने के दौरान युवती की बच्चेदानी को गंभीर नुकसान पहुंचा था जिसके कारण उसकी मौत हो गई। युवती की मौत के बाद रीवा पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस की जांच के दौरान मृतक युवती के प्रेमी सुजल साकेत और उसकी मां, चाचा,चाची सहित प्रेमिका की मां और गर्भपात करने वाली आशा कार्यकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला।
युवती के अवैध गर्भपात कराई जाने से हुई मौत के बाद बवाल खड़ा हो गया घटना को लेकर बताया जा रहा है कि रीवा जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक लड़की का प्रेम प्रसंग सुजल साकेत नामक युवक जो रीवा शहर के पुष्पराज नगर का निवासी है उसके साथ चल रहा था प्रेमी प्रेमिका के बीच शारीरिक संबंध स्थापित हुए और प्रेमिका गर्भवती हो गई लड़की के गर्भवती होने का उसकी मां को शक हुआ पूछताछ के बाद लड़की की मां ने लड़के के परिजनों से बात किया और शादी से पहले गर्भवती होना समाज में बदनामी का कारण बनता है इससे बचने के लिए दोनों पक्ष एक राय होकर समान थाना क्षेत्र की निवासी एक आशा कार्यकर्ता रेनू सिंह परिहार के संपर्क से गर्भपात कराया बताया गया है कि आशा कार्यकर्ता रेनू सिंह ने युवती को गर्भपात कराने के लिए टेबलेट खिलाई थी जिससे लड़की की हालत बिगड़ने लगी तब परिजनों ने संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया जहां युवती की उपचार के दौरान मौत हो गई।
निजी क्लीनिक का नाम छुपाने की चर्चा।
इस घटना के बाद यह जन चर्चा होने लगी की गर्भपात किसी निजी क्लीनिक में कराया जा रहा था हालत बिगड़ने के बाद युवती को रीवा के संजय गांधी अस्पताल भेजा गया था हालांकि इसका कोई प्रमाण नहीं है यह सिर्फ जन चर्चा तक ही सीमित है लोगों ने यहां तक कहा कि उस निजी क्लीनिक का नाम छिपाया गया है हालांकि पुलिस की जांच में किसी निजी क्लिनिक का नाम नहीं है इसलिए दावे से नहीं कहा जा सकता की सच क्या है जबकि शहर में कई ऐसे निजी अस्पताल हैं जो चोरी छिपे अवैध रूप से गर्भपात कराने का काला धंधा करते हैं। स्वास्थ्य विभाग ऐसे क्लिनिक पर कार्यवाही नहीं करती जबकि जिला प्रशासन द्वारा बीते माह भ्रूण लिंग परीक्षण करने के आरोप में एक क्लीनिक को सील किया था इस मामले में भी अब संदेह जताया जा रहा है की निजी क्लीनिक में आशा कार्यकर्ता की मिली भगत से गर्भपात कराया जा रहा था जब लड़की की हालत गंभीर हो गई तो उसे संजय गांधी अस्पताल भेजा गया जहां उपचार के दौरान गर्भवती युवती की मौत हो गई लेकिन अभी तक किसी क्लीनिक का नाम सामने नहीं आया है बल्कि आशा कार्यकर्ता द्वारा गर्भपात कराने की बात पुलिस जांच में सामने आई है।