रीवा

Rewa news:ब्लेड शुगर मरीजों के लिए वरदान फेनी गुड़मार का पौधा तराई क्षेत्र के जंगल और पहाड़ी पर रिसर्चर को मिला,

Rewa news:ब्लेड शुगर मरीजों के लिए वरदान फेनी गुड़मार का पौधा तराई क्षेत्र के जंगल और पहाड़ी पर रिसर्चर को मिला,

 

 

 

 

 

फेनी गुड़मार का पेड़ डभौरा वन मण्डल के जंगल में पाया गया इस सम्बंध में उपयोग करने वाले लोगों ने बताया की ब्लेड शुगर जैसी रोग खत्म हो गए।

रीवा-रीवा जिले के डभौरा नगर परिषद से सटे हुए जंगल में पाया गया यह औषधीय पौधों की एक श्रृंखला का पता लगाया है, जिनमें सबसे उल्लेखनीय मधुमेह विरोधी गुणों वाला फेनी गुड़मार है। फेनी गुड़मार में पाए जाने वाले जिम्नेमिक एसिड में ब्लड शुगर को घटाने की अनोखी क्षमता है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि भारत की प्रमुख अनुसंधान एजेंसी, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) पहले ही मधुमेह रोधी दवा बीजीआर-34 विकसित करने के लिए फेनी गुड़मार का उपयोग कर चुकी है। स्थानीय लोग इसके उपयोग से सत प्रतिशत सफलता प्राप्त किए हैं फेनी गुडमार की पत्ती तोडना और बेचना आदिवासियों के लिए बना सहारा। यह एक विप्र औषधि है जो शुगर को कंट्रोल करने और आँखों की दवा के लिए भी लाभकारी हैं यह फेनी गुडमार का पेड़ तने लतादार अन्य कटीले पेड़ो को अपना सहारा बनाकर झोंढ़ती है यह औषधि एशिया महादीप मे सबसे गुडयुक्त दवा पाई जाती है इस क्षेत्र के हजारों मजदूर जो जंगलो मे रहते हैं उनके लिए सहारा बना है तराई अंचल पर पाए जाने वाले कुछ औषधीय पौधों के अध्ययन में इस बात पर जोर दिया गया है कि जंगल और पहाड़ी पर मौजूद सबसे अधिक उपयोग में आने वाले औषधीय जड़ी-बूटियों की खेती में स्थानीय लोगों को शामिल किया जाना चाहिए, ताकि उन्हें विलुप्त होने से बचाया जा सके।

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