Rewa news:सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में नहीं मिलती डॉक्टरों की लिखी नि: शुल्क पूरी दवाएं अधीक्षक अनजान
Rewa news:सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में नहीं मिलती डॉक्टरों की लिखी नि: शुल्क पूरी दवाएं अधीक्षक अनजान
रीवा। जिले का गौरव माना जाने वाला सुपर स्पेशलिटी अस्पताल अब व्यवस्था का शिकार हो चला है। आलम यह है कि ओपीडी डॉक्टरों द्वारा लिखी गई दवाएं तक भी मरीज को नहीं उपलब्ध हो पा रही है। लिहाजा दवा काउंटर में बैठे स्टाफ के लोग मरीज को बाहरी मेडिकल स्टोर से दबे खरीदने के लिए निर्देश देते सुन जा सकते हैं। उनका स्पष्ट कहना होता है कि संबंधित डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाएं यहां पर उपलब्ध नहीं है। ताज्जुब तो इस बात का हो रहा है कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के दवा काउंटर से मरीज को बीपी व शुगर तक की दवाएं नहीं सुलभ हो पा रही है। जबकि अस्पताल में हार्ट , किडनी, न्यूरो सहित अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मरीज हर दिन अस्पताल आ रहे हैं। कड़ी मस्कट के बाद किसी तरह ओपीडी में डॉक्टर तो परामर्श दे देते हैं और जांच भी हो जाती हैं लेकिन दुर्भाग्य से दवायें ही मिलना कठिन हो रही है। जब नि: शुल्क दवा ही संबंधित मरीज को नहीं उपलब्ध हो पाएगी तो मरीजों को कैसे आराम मिल पाएगा। इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर अक्षय श्रीवास्तव जानकारी के लिए कई बार फोन लगाया गया लेकिन सब का फोन ही नहीं उठ पाया। शायद वह भी इन बातों से अनजान होंगे क्योंकि वह अपने आप में ही उलझे रहते हैं जिनका अस्पताल प्रबंधन की ओर ध्यान ही नहीं जा पा रहा है? पर्चे पर गौर करें तो जिस दवा के सामने सही का निशान लगा है वह मिल गई लेकिन जिसमें क्रॉस का चिन्ह है उसे बाहर से खरीदने के लिए दवा काउंटर में बैठे स्टाफ ने कहा। मिलाकर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के बारे में कहा जा सकता है कि ऊंची दुकान और पीके पकवान? भवन और विभाग खोलकर सुविधा देने का ढिंढोरा तो पीटा जा रहा है लेकिन अंदर की बात तो कुछ और ही उभर कर सामने आ रही है।