Rewa news, गणेश प्रतिमा नगर भ्रमण के दौरान बवाल SDM/SDOP की समझाइश के बाद मामला हुआ शांत।

Rewa news, गणेश प्रतिमा नगर भ्रमण के दौरान बवाल SDM/SDOP की समझाइश के बाद मामला हुआ शांत।
रीवा जिले के गढ़ बाजार में आज गणेश विसर्जन और नगर भ्रमण को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो गई और गढ़ बाजार में गणेश भक्तो द्वारा सड़क जाम कर दिया गया यहां घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा होता रहा बढ़ते विवाद की स्थिति को देखते हुए थाना प्रभारी गढ़ द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई जहां मौके पर पहुंचे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस द्वारा जनता को समझाइश देते हुए किसी तरह से मामला शांत कराया गया और विवाद की स्थिति टल गई घटना को लेकर जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक आज दिनांक 16/ सितंबर.2024 को समय लगभग 5:00 बजे शाम को विवाद की स्थिति निर्मित हो गई यह विवाद ग्राम पंचायत गढ़ लौरी मोड़ के पास गणेश प्रतिमा स्थापित की गई थी जिसे आज विसर्जन और नगर भ्रमण के लिए गाजा बाजा डीजे बजाने को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो गई और रोड पर जाम लगा दिया गया इसी दौरान धार्मिक आस्था का लाभ उठाते हुए श्रद्धालुओं की भीड़ में कुछ अराजक तत्वों ने जाम में विभिन्न मांगे रख दी और पुलिस के ऊपर कई प्रकार के गम्भीर आरोप लगा दिए मामला सामने आने पर मौके पर एसडीएम पीएस त्रिपाठी एसडीओपी डॉक्टर कृपाशंकर द्वारा लोगो को समझाया गया और कहा गया कि थाने में मैं सुबह से मौजूद था क्योंकि आज दोनों समुदाय का त्योहार और कार्यक्रम था जिसे शांति और सौहार्द पूर्वक संपन्न करवाने का पूरा प्रयास था और पुलिस के ऊपर जो भी आरोप भक्तो द्वारा लगाया गया है वो पूरी तरह से निराधार है और न ही पुलिस द्वारा किसी भी तरह से किसी के साथ गाली गलौज की गई और न ही अभद्रता की गई है पुलिस द्वारा सिर्फ डीजे के लिए समझाइस दी गई थी कि डीजे और आतिशबाजी न्यायालय और सरकार द्वारा प्रतिबंधित है। शासन के निर्देशों के अनुसार शांतिपूर्वक हल्के दो साउंड के साथ अपना नगर भ्रमण किया जा सकता है इसी बात को लेकर जब विवाद बढ़ता गया तो थाना प्रभारी गढ़ विकास कपीस और दोनों अनुभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह कहा कि किसी भी व्यक्ति को गाली और अपशब्द नही बोला गया काफी देर तक हंगामा की स्थिति बनी रही लेकिन अधिकारियों और थाना प्रभारी गढ़ विकास कपीश की समझाइस के बाद गणेश उत्सव समिति के लोगों द्वारा अधिकारियों की बात मानते हुए पूरे नगर भ्रमण का कार्यक्रम किया गया।
श्रद्धालुओं के श्रद्धा भाव पर भी उठे सवाल।
धार्मिक मान्यताओं शास्त्रों के अनुसार और जानकारों का कहना है कि किसी भी मूर्ति के स्थापना शास्त्र सम्मत पूजा विधि विधान के साथ स्थापित की जाती है और विसर्जन के दौरान शांति पूर्वक विधि विधान से पूजा कर विसर्जन किया जाता है विसर्जन उपरांत नगर भ्रमण नगर दर्शन के पश्चात मूर्ति जल में प्रवाहित की जाती है किंतु आज गढ़ में नगर भ्रमण शास्त्र संबत नहीं दिखा क्योंकि किसी भी प्रतिमा को रोड में रखकर बीचों-बीच जाम लगना और लोगो को परेशान करना यह शास्त्र के विरुद्ध माना गया है धार्मिक आयोजनों में अति उत्साह और डीजे बजाने के चक्कर में विवाद की स्थितियां उत्पन्न होना शांति और सद्भावना को ठेस पहुंचती है।
क्या कहते हैं अधिकारी।
इस संबंध में दोनों अनुभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि पुलिस के ऊपर इन लोगो के द्वारा गलत आरोप लगाए गए हैं गणेश उत्सव समिति शांतिपूर्वक डीजे की मांग कर रही थी उन्हें समझाइस दी गई समझाइस के बाद हल्के साउंड से माइक लगाकर अपना विजय जुलूस निकालने के लिए तैयार हो गए थे अधिकारियों ने यह भी कहा कि लोगों द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोप की मौके पर ही साक्ष्य लिया गया कि किसने अभद्रता की है तो लोगों ने किसी भी व्यक्ति की पहचान नहीं बताई गई अधिकारियों ने कहा कि धार्मिक आयोजनों में उन्माद की स्थिति उत्पन्न न होने पाए इसलिए समझाइए देकर किसी तरह से मामला शांत कराया गया है लेकिन इस भीड़ में घुसी अराजक तत्वों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी जिस की धार्मिक कार्यक्रम में किसी भी तरह से विघ्न बाधाएं भविष्य में उत्पन्न न होने पाए।
जुलूस के दौरान ही होती है शांति भंग।
गढ़ बाजार में आज जो भी घटना हुई है वह चर्चा का विषय बनी हुई है इससे पहले भी बीते वर्षों में दुर्गा उत्सव के दौरान भी कुछ इसी तरह की घटना हुई थी गढ़ क्षेत्र में देखने को मिल रहा है कि धार्मिक आयोजनों में कुछ ना कुछ व्यवधान उत्पन्न हो रही है लोगों ने कहा कि इसके पूर्व पिछले वर्ष दुर्गा उत्सव में भी इसी तरह से घटना घटी थी और पिछली घटनाओं से यदि सबक लिया जाता तो शायद आज की घटना की पुनरावृत्ति न होती यह भी आरोप लगाए जा रहे थे हिंदू पक्ष से की सुबह मुस्लिम पक्ष के लोगों को डीजे बजाने दिया गया किंतु हिंदू पक्ष के डीजे को रोका जा रहा था जबकि अधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया है और कहां की किसी भी पक्ष को डीजे बजाने की अनुमति नहीं है