Rewa news, तो क्या -? स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स ऑपरेटरों की भर्ती में फिर होने जा रहा बड़ा घोटाला।
Rewa news, आउट सोर्स ऑपरेटरों की भर्ती में फिर होने जा रहा बड़ा घोटाला।
विराट वसुंधरा
रीवा । जिले के खंड चिकित्सालयों में आउटसोर्स कर्मचारी की होने जा रही भर्ती में एक बार फिर घोटाला होने की आशंका जताई गई है सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आउटसोर्स आपेटरों की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा घोटाला होने जा रहा है इस पूरे भर्ती प्रक्रिया में बिना किसी को खबर किए दिनांक 20.09.2024 को महज दो घंटे के लिए गूगल लिंक पोर्टल ओपन कर चुपचाप तरीके से अपने निजी व्यक्तियों का आवेदन कराया गया है जबकि इस पूरी प्रक्रिया को सार्वजनिक कर आवेदन कराना होता है, इस संबंध में जानकारी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसरों के अलावा किसी अन्य अधिकारी कर्मचारी को नही हो पाई थी। ऐसे में इस भर्ती प्रक्रिया का दुरुपयोग करते हुए ब्लॉक चिकित्सा अधिकारियों द्वारा अपने चाहतों से आवेदन कराने की बात कही जा रही है बताया जाता है कि महज दो घंटे के लिए गूगल लिंक पोर्टल खोल कर चुपचाप अभ्यर्थियों का आवेदन कर दिया गया है और भर्ती प्रक्रिया में लीपापोती करते हुए मनमानी तरीके से आउटसोर्स कर्मचारी भरे जाने की तैयारी कर ली गई है।
पूर्व में भी हुआ है भर्ती घोटाला।
हमारे सूत्रों ने दावा किया है कि जिन अभ्यर्थियों से आवेदन 2 घंटे के अंदर गुपचुप तरीके से कराए गए हैं उन्हीं व्यक्तियों को नौकरी दी जाएगी यही उनकी योग्यता और भर्ती प्रक्रिया का मापदंड रहेगा अन्य व्यक्ति या पूर्व से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी जो इन दो घंटों में गूगल पोर्टल पर आवेदन करने से वंचित रह गए हैं उनकी पात्रता को अयोग्य माना जायेगा हालांकि अब भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए प्रदेश स्तर पर आउटसोर्स कर्मचारी की भर्ती की जा रही है लेकिन आउटसोर्स कर्मचारी की भर्ती करने वाली कंपनी पर भी सवाल उठने लगे हैं इससे पहले रीवा में एक आउटसोर्स कर्मचारी भर्ती घोटाला हुआ था जहां रीवा शहर के नोडल अधिकारी सहित तत्कालीन सीएमएचओ और अन्य अधिकारियों पर कूट रचना करके आउटसोर्स कर्मचारी की भर्ती करने का आरोप लगा था शिकायत होने पर जांच हुई और जांच में अधिकारियों को दोषी भी पाया गया लेकिन अब तक दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई और भर्ती घोटाले की फाइल धूल फांक रही है
पुराने कर्मचारियों को नहीं मिली वेतन।
इस तरह से स्वास्थ्य विभाग के सिस्टम पर पहली बार आरो हैप नहीं लगे हैं इससे पहले भी कई तरह की अनियमिताओं के आरोप स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर लगते रहे हैं बताया जाता है कि पूर्व में पदस्थ आउटसोर्स कर्मचारियों को कई महीनो तक वेतन नहीं दिया गया है उन बेसहारा, असहाय, आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ नई भर्ती कुठारा घात से कम नहीं है क्योंकि जिन आउटसोर्स कर्मचारियों को 08 महीने से उनका गुजारा भत्ता या उनकी वेतन न मिली हों वह कहां जाएं और किससे फरियाद करें।
भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवाल।
स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती करने वाली कंपनी ने यदि ऐसा किया है तो इस भर्ती प्रक्रिया की जांच होनी चाहिए जिससे कि भर्ती प्रक्रिया में योग्य कर्मचारियों को मौका मिल सके गूगल लिंक ओपन कर दो घंटे में बिना जानकारी साझा किए की जाने वाली भर्ती प्रक्रिया आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ अन्याय की श्रेणी में आता है और स्वास्थ्य विभाग के कार्यशैली में प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है हालांकि इस भर्ती प्रक्रिया की खबर सूत्रों की हवाले से प्राप्त हुई है और सोशल मीडिया में चल रही खबरों पर आधारित है हम दाबे के साथ इस भर्ती की पुष्टि नहीं करते लेकिन अगर इस तरह से भर्ती हुई है तो निष्पक्षता के साथ खबर का आगे भी प्रमाण के साथ प्रकाशन किया जाएगा।