Rewa news, सरकारी योजनाओं की उड़ रही धज्जियां: आंगनबाड़ी केंद्र का पोषक आहार बन रहा सूअरों का भोजन।

Rewa news, सरकारी योजनाओं की उड़ रही धज्जियां: आंगनबाड़ी केंद्र का पोषक आहार बन रहा सूअरों का भोजन।
विराट वसुंधरा / यज्ञ प्रताप सिंह
रीवा शहर के वार्ड क्रमांक 9 स्थित निराला नगर के आंगनबाड़ी केंद्र में सरकारी योजनाओं का खुला दुरुपयोग हो रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों के लिए भेजा जाने वाला पोषक आहार, जो कि उनके शारीरिक मानसिक विकास और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक होता है, सूअरों का भोजन बन रहा है। इस केंद्र के रजिस्टर में आधा सैकड़ा से अधिक बच्चों के नाम दर्ज हैं, लेकिन आंगनबाड़ी केंद्र में एक भी बच्चा नजर नहीं आता।
बताया जाता है कि यह घोटाला स्थानीय स्व-सहायता समूह और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मिलीभगत से हो रहा है, जो शासन की योजनाओं का मजाक बना रहे हैं। सरकारी योजनाओं की पोल खोलते हुए, यह घटना समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार और लापरवाही को उजागर करती है, जिससे बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के लिए आने वाला पोषक आहार केवल कुछ बच्चों तक ही पहुंचता है, जबकि बाकी का भोजन बाजार में बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं, बंसल बस्ती के सूअर पालक इस भोजन का इस्तेमाल अपने सूअरों को खिलाने के लिए कर रहे हैं, ताकि वे स्वस्थ रहें। यह स्थिति बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण को गंभीर खतरे में डाल रही है, और शासन की योजना पर पाटिल फेर जा रहा है।
कई महीनों से इस आंगनबाड़ी केंद्र के समय से न खुलने और वहां हो रही भोजन की बर्बादी की खबरें आ रही हैं, लेकिन प्रशासन इस पर कोई ठोस कदम उठाने में विफल रहा है। आंगनबाड़ी सहायिका और कार्यकर्ता रजिस्टर में फर्जी उपस्थिति दिखाकर पोषण आहार के घोटाले में लिप्त हैं, और प्रशासन की चुप्पी इस भ्रष्टाचार में उनकी अनदेखी को दर्शाती है।
वहीं केंद्र के पास रहने वाले बुजुर्ग प्रत्यक्षदर्शी ने खुलासा किया कि केंद्र पर आने वाला खाना बस्ती के सूअरों को खिलाया जा रहा है। इस आरोप पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रीति सिंह ने अपने पक्ष में बयान दिया, जबकि सहायिका द्वारा दर्ज फर्जी बच्चों के नाम का भी खुलासा हुआ है।
आंगनबाड़ी केंद्र के पड़ोस में रहने वाले बुजुर्ग का बयान इस घोटाले की पुष्टि करता है, जिसमें उन्होंने केंद्र पर सूअरों को खिलाए जाने वाले भोजन की ओर इशारा किया है।