Singrauli news:दीपावली के बाद ऊर्जाधानी में छा गया प्रदूषण का धुंध मरीजों के लिए होगी समस्या।
सिंगरौली. दीपावली की रात के बाद से ऊर्जाधानी में मौसम का नजारा बदल गया है। लगातार दूसरे दिन आसमान में धुंध सी छाई रही। इसकी वजह प्रतिबंध के बावजूद अंधाधुंध पटाखों का फूटना है। पहले से जहरीली हो चुकी सिंगरौली की हवा पटाखों के फूटने के बाद और अधिक खतरनाक हो गई है। आसमान में छाई धुंध पर्यावरण में प्रदूषण को स्पष्ट रूप से बयां कर रही है। विद्युत उत्पादक कंपनियों के चलते ऊर्जाधानी के सल्फर सहित अन्य जहरीले गैस की मात्रा काफी अधिक है। जबरदस्त प्रदूषण के मद्देनजर ही जिला प्रशासन ने तेज आवाज व धुआं वाले पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बावजूद दीपावली पर चोरी छिपे न केवल पटाखों की जबरदस्त तरीके से बिक्री की गई। बल्कि अंधाधुंध तरीके से उपयोग भी किया गया।
नतीजा पर्यावरण में धुंध के रूप में सामने है।जारी बुलेटिन की मानें तो जिले की स्थिति खराब है। एयर क्वालिटी इंडेक्स की वैल्यू 264 तक पहुंच गई है। इसे खराब स्थिति माना गया है।
बढ़ा और अधिक प्रदूषण
पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक सिंगरौली में वायु की गुणवत्ता दीपावली के बाद और खराब हुई है। खराब आबोहवा वाले शहरों में सिंगरौली भी शामिल है। दीपावली के पहले यानी 25 अक्टूबर को वायु की गुणवत्ता सामान्य थी लेकिन उसके पांच दिन बाद दीपावली के दिन ही वायु की गुणवत्ता खराब हो गई।
एक्यूआई की स्थिति तिथि एक्यूआई
28 अक्टूबर 85
29 अक्टूबर 96
30 अक्टूबर 103
31 अक्टूबर 265
01 नवंबर 264
दीपावली पर पटाखा फूटने से हवा में सल्फर डाइऑक्साइड सहित अन्य खतरनाक रसायन की मात्रा और अधिक बढे़गी। चिकित्सकों के मुताबिक जहरीली आबोहवा में खतरनाक रसायन की मात्रा बढ़ने का असर दमा व श्वास जैसे अन्य मरीजों में संक्रमण और तेजी के साथ बढ़ेगा। तेज आवाज वाले पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद भी लोगों ने ज्यादातर अधिक आवाज व धुआं करने वाले पटाखे फोड़ा है।