Rews news, लोकल होने का भरपूर फायदा उठा रहे थाना प्रभारी बिखेर रहे जलवा अपने हिसाब से चलाते हैं कानून व्यवस्था।

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Rews news, लोकल होने का भरपूर फायदा उठा रहे थाना प्रभारी बिखेर रहे जलवा अपने हिसाब से चलाते हैं कानून व्यवस्था।

 

मऊगंज। जिले में एक लूट और मारपीट की एक घटना की जानकारी लेने थाना प्रभारी नईगढी़ गोविंद तिवारी को पत्रकार ने फोन किया तब बर्दी का रौब दिखाते हुए थाना प्रभारी ने कहा कि तुम मुझे फोन मत लगाया करो तुम्हारे फोन लगाने की जरूरत नहीं है ऐसा शायद उन्होंने इसलिए कहा कि नई गाड़ी थाना क्षेत्र से लगभग दस किलोमीटर दूर उनका गृह ग्राम है लोकल होने और थाना प्रभारी की कमान हाथ होने का उन्हें गुमान है ऐसा माना जाता है।

मामला एक लूट की घटना से जुड़ा है पीड़ित व्यक्ति मऊगंज एसपी कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंचा था की थाने में उसकी सुनवाई नहीं हो रही है तब मौके पर मौजूद पत्रकारों ने घटना की जानकारी लेने के लिए नई गढ़ी थाना प्रभारी से जानकारी चाही थी लेकिन थाना प्रभारी भड़क गए और पत्रकार को ही धमका दिया सायद थाना प्रभारी उन्हीं लोगों की सुनते हैं जो उनकी चाटुकारिता करें और मोटी कमाई का जरिया बनते है। समझने की बात है कि अब हालात कितने बदल गए हैं कि सरकार की नौकरी करने वाले मालिक बनकर काम कर रहे हैं शराब कारोबारी खुलेआम पैकारी कर रहे हैं गांजा मेडिकल नशा लूट मारपीट जैसी घटनाओं की बाढ़ आ गई है जगह-जगह पर गुण्डे माफियाओं द्वारा नंगा नाच किया जा रहा हैं लेकिन साहब अपराधों पर नियंत्रण करने के बजाय पत्रकारों को ही वर्दी का रौब दिखाने लगे हैं जबकि उनके पुलिस अधीक्षक द्वारा मीडिया कर्मियों को बाइज्जत बुलाकर घटनाओं का खुलासा किया जाता है।

पूरा मामला मऊगंज जिले के नई गढ़ी थाना से जुड़ा है जहां एक लूट और मारपीट की घटना पर पुलिस ने फरियादी की शिकायत तो ले ली उसका उपचार भी करवा दिया लेकिन आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध नहीं किया और जांच विवेचना के नाम पर पीडि़त फरियादी को टरकाया जा रहा है। बीते दिन पीड़ित फरियादी एसपी कार्यालय मऊगंज पहुंचकर पूरे मामले की शिकायत करते हुए मीडिया को जानकारी दिए कि लूट करने वाले आरोपियों के खिलाफ नई गढ़ी पुलिस द्वारा कार्रवाई करने के बजाय फरियादी को ही नईगढी के थाना प्रभारी गोविंद तिवारी द्वारा डरा धमका कर यह कहते हुए भगाया जा रहा है कि लूट करने वाले विधायक के आदमी हैं उनके चक्कर में मत पडो, जाओ अपना धंधा पानी करो।

चलिए एक बार हम मान लेते हैं कि मारपीट और लूट की घटना को अंजाम देने वाले लोग विधायक के नजदीकी यह हो सकता है क्योंकि नेता के लिए सबका वोट चाहिए होता है लेकिन विधायक ऐसे नहीं है यह मुझे ही नहीं सबको पता है कि विधायक न्याय के साथ हैं और अन्याय का खुला विरोध करते हैं।

सवाल यह उठता है कि महीना बीत रहा है और जांच विवेचना नहीं हुई जबकि मारपीट और लूट की घटना के बाद पीड़ित का उपचार कराया गया तब रिपोर्ट क्यों नहीं लिखी गई आरोपियों का पीड़ित द्वारा नाम बताया गया तब भी आरोपियों से घटना के बारे में पूछताछ नहीं की गई मामला नहीं दर्ज करने के पीछे आखिर राज क्या है।

हालाकि यह पहला मामला नहीं है की थाना प्रभारी के द्वारा फरियादियों को रिपोर्ट लिखने के बजाय डांट फटकार कर भगाया गया है इसके पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं अब फरियादी द्वारा पुलिस अधीक्षक मऊगंज रसना ठाकुर से न्याय की गुहार लगाई गई है देखना यह होगा कि पीडि़त फरियादी को न्याय मिलता है या फिर थाना प्रभारी विधायक का हवाला देकर ऐसे ही जलवा बिखेरते रहेंगे।

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