Rewa news:टीआरएस कॉलेज में कार्यशाला का हुआ आयोजन!
Rewa news:टीआरएस कॉलेज में कार्यशाला का हुआ आयोजन!
सही अभिव्यक्ति ही व्यक्तित्व की पहचान
वसुधैव कुटुंम्बकम की संस्कृति ही है भारतीय परंपरा
रीवा. टीआरएस कॉलेज के समाज कार्य विभाग ने समाज कार्य में प्रभावी विचार अभिव्यक्ति की कला विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया। यह छात्रों को अपने विचारों और दृष्टिकोणों को प्रभावी तरीके से अभिव्यक्त करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी ने कहा कि विचारों का सही तरीके से अभिव्यक्त होना किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व की सबसे बड़ी पहचान होती है। आज के समय में यह अत्यंत आवश्यक है कि हम अपने विचारों को न केवल स्पष्ट रूप सेए बल्कि प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करें, ताकि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके। समाज कार्य जैसे क्षेत्र में यह कौशल और भी महत्वपूर्ण बन जाता है।
वहीं प्रो. अखिलेश शुक्ल ने कार्यशाला के उद्देश्यों को बताते हुए कहा कि छात्रों में संवाद कौशल को बढ़ावा देना और उन्हें समाज में व्याप्त विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखने के लिए तैयार करना है। संचालन डॉ. गुंजन सिंह एवं डॉ प्रियंका तिवारी के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर विभाग के शैक्षणिक स्टॉफ सहित छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
रीवा . शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में समाजशास्त्र विभाग के द्वारा ’भारतीय ज्ञान परम्परा, समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण’ विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रो. महेश शुक्ला और प्रो. अखिलेश शुक्ला रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. विभा श्रीवास्तव ने की।
कार्यशाला में प्रो. महेश शुक्ला ने भारतीय संस्कृति और परंपरा में स्नेह, अपनत्व और परिवार के रिश्तों की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया, साथ ही अतिथियों को देव अंश मानने की परंपरा पर प्रकाश डाला। वहीं, प्रो. अखिलेश शुक्ला ने वेद, पुराण, रामायण और गीता के प्रसंगों के माध्यम से वसुधैव कुटुंबकम् की भारतीय परंपरा को बताया। प्राचार्य डॉ. श्रीवास्तव ने नशामुक्ति की शपथ दिलाई। इस अवसर पर समाजशास्त्र विभाग की प्रमुख डॉ. रचना श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी डॉ. महेन्द्रमणी द्विवेदी, पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. एसजी श्रीवास्तव सहित अन्य प्राध्यापक और छात्राएं उपस्थित रहीं।