Rewa news:साइबर सेल की सतर्कता से बचे 63 हजार रुपए!
Rewa news:साइबर सेल की सतर्कता से बचे 63 हजार रुपए!
सावधान रहें! बच्चे बने साइबर फ्रॉड का जरिया
मोबाइल पर गेम खेल रहे मासूम से ओटीपी पूछकर साइबर अपराधियों ने की 65 हजार रुपए की ठगी बच्चों को दें समझाइश
अमहिया पुलिस ने दर्ज किया मामला
रीवा. अगर आपके घर में बच्चे मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं, तो सतर्क हो जाइए। साइबर अपराधियों ने अब बच्चों को ठगी का जरिया बनाना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक मामला अमहिया थाना क्षेत्र में सामने आया, जहां बदमाशों ने एक महिला के मोबाइल पर ओटीपी भेजकर उनके 6 वर्षीय बेटे से जानकारी हासिल की और खाते से 65 हजार रुपए निकाल लिए। पूरा मामला अमहिया थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। द्वारिका नगर की रहने वाली खुशबू द्विवेदी अपने घरेलू काम में व्यस्त थीं। उन्होंने अपना मोबाइल अपने बेटे श्रेयांश को खेलने के लिए दिया हुआ था। इसी दौरान ठगों ने फोन कर बच्चे से ओटीपी पूछ ली। मासूम ने अनजाने में ओटीपी साझा कर दी, जिससे बदमाशों ने महिला के खाते से रकम ट्रांसफर कर दी। खुशबू को जब ट्रांजेक्शन का मैसेज मिला, तो वह तुरंत साइबर सेल की हेल्पलाइन पर पहुंचीं। उनकी तत्परता के चलते साइबर टीम ने रकम को बदमाशों के खातों में होल्ड करवा दिया। स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, और रत्नाकर बैंक के खातों में ट्रांसफर किए गए 63 हजार रुपए बचा लिए गए
महिला का मोबाइल बच्चे के पास था। बदमाशों ने उसी समय ओटीपी भेजकर बच्चे से उसका नंबर पूछ लिया। ओटीपी मिलते ही खाते से 65 हजार रुपए आरोपियों ने दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिए। हालांकि साइबर सेल की सतर्कता से करीब 63 हजार रुपए खातों में होल्ड करवा दी गई है। मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
शिवा अग्रवाल, थाना प्रभारी अमहिया
आजकल छोटे बच्चे मोबाइल का अधिक उपयोग कर रहे हैं। इससे उनके लिए अनजान खतरों का सामना करना पड़ सकता है। अभिभावकों की जिमेदारी है कि वे बच्चों को अनजान नंबरों से कॉल या ओटीपी साझा करने के खतरे के बारे में जागरूक करें। बदमाश बच्चों की मासूमियत का फायदा उठाकर फ्रॉड करने के नए तरीके अपना रहे हैं। बच्चे अनजाने में ओटीपी या संवेदनशील जानकारी साझा कर देते हैं, जिससे परिवार आर्थिक नुकसान का शिकार हो सकता है। सतर्कता और सही दिशा-निर्देश ही इस समस्या का समाधान है।
वीरेंद्र पटेल, साइबर सेल प्रभारी
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी: हालांकि, जांच प्रक्रिया के कारण यह राशि अभी महिला के खाते में वापस ट्रांसफर नहीं हो पाई है। खुशबू ने मामले की शिकायत अमहिया थाने में भी दर्ज कराई है। पुलिस ने साइबर टीम के साथ मिलकर आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।