Rewa MP: लव जिहाद मामले में नेता जी का ‘सुपरहीरो’ अवतार, प्रशासन की मेहनत पर लगा रहा सवालिया निशान,।
Rewa MP: नेता जी का ‘सुपरहीरो’ अवतार, प्रशासन की मेहनत पर सवालिया निशान,।
सीतापुर में लव जेहाद के एक मामले में जब पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने मुस्लिम युवक के खिलाफ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजा, तब सभी को उम्मीद थी कि प्रशासन मामले की गंभीरता से निपटेगा। युवक को गिरफ्तार कर लिया गया और यह प्रतीत हुआ कि मामले में उचित दिशा में कार्यवाही हो रही है। लेकिन, जैसे ही मामला बढ़ा, मऊगंज के नेता जी ने एक नया मोड़ ले लिया।
अब, प्रशासन के सही कदमों को देख, नेता जी ने महसूस किया कि उनकी ‘वीरता’ की आवश्यकता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने का निर्णय लिया, जैसे कि प्रशासन बिना उनके मार्गदर्शन के कुछ भी नहीं कर सकता था। नेता जी का यह कदम यह सिद्ध करने की कोशिश करता है कि शायद उन्हें अपनी राजनीति चमकाने के लिए गंभीर मुद्दों में हस्तक्षेप करना ही पड़ेगा हालांकि ऐसे मुद्दों पर नेता जी घात लगाए बैठे रहते हैं लोगों का यह भी कहना है।
बीते माह और उससे पहले नेता जी ने अपनी ही सरकार रहते जिस तरह से प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठाए और धरना पर धरना देते गए और फिर महादेवन वाली घटना से तो उनका
‘दबाव’ अब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर इतना भारी हो गया है कि उन्हें धरना देने की धमकी भी दे दें तो शासन प्रशासन के हाथ-पाथ फूलने लगते हैं और यह मानो कि अब प्रशासन को नेताजी के निर्देशों का पालन करते हुए, मामले को सुलझाने की जिम्मेदारी मिल चुकी हो।
हमारे कहने का मतलब यह है कि जब प्रशासन सही दिशा में कदम बढ़ा चुका हो, तो ऐसे में नेता जी के हस्तक्षेप से क्या हासिल होगा? क्या साहब को लगता है कि बिना उनके ‘विशेष मार्गदर्शन’ के प्रशासन का काम अधूरा रह जाता? हालांकि पुलिस पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाना यह साबित करने के लिए काफी है कि नेताजी की सरकार में पुलिस प्रशासन बेलगाम है सत्ताधारी दल के नेताओं की सरकार में नहीं सुनी जा रही है।
इस तरह से प्रशासनिक कार्रवाई में उनका हस्तक्षेप स्थिति को और जटिल बनाने के लिए काफी हैं, कहा यह भी जाता है कि लौर थाना प्रभारी से उनकी पुरानी खुन्नस भी है ऐसे में मुद्दे की तलाश में घात लगाए बैठे थे कि कब मौका मिले खैर, साहब की राजनीति तो चमक ही रही होगी, लेकिन इस तरह के ‘सुपरहीरो’ अवतार से मामले की गंभीरता पर सवालिया निशान लगना स्वाभाविक है।
घटना गंभीर थी लिहाजा प्रयागराज से चलकर नेता जी सीतापुर पहुंच कर लव जिहाद मामले में बवंडर खड़ा करने के बाद मऊगंज कलेक्ट्रेट पहुंचे बता दें कि भाजपा विधायक को दो बार जेल की तरफ धकेलने बाले जिला कलेक्टर अजय श्रीवास्तव के सामने आते ही उनका दिमाग ठिकाने लग गया और उसके सुर,बदल गए एक समय अधिकारियों के सामने जनता को दिखने के लिए कभी दंडवत तो कभी धरना देने वाले नेता जी कलेक्टर और एसपी के साथ बंद कमरे में गुफ्तगू करने लगे जबकि सीतापुर से यह कहकर चले थे कि कलेक्ट्रेट के बाहर बैठेंगे ,लेकिन अचानक से कुटिल राजनीति के महारथी ने ऐसे पलटी मारी कि देखने वाले हतप्रभ रह गए।